Ramadan: रमज़ान में खजूर खाया जाता है क्योंकि यह एक प्राकृतिक उपचार है जो रोज़ा तोड़ने के लिए बहुत उपयुक्त है। रोजेदारों के लिए इफ्तार के दौरान खजूर खाना सुन्नत है, क्योंकि यह उन्हें ऊर्जा प्रदान करता है और उनकी प्यास बुझाने में मदद करता है। खजूर में फाइबर, विटामिन और खनिज होते हैं जो शरीर को पोषण प्रदान करते हैं और उसे स्वस्थ और संपूर्ण रहने में मदद करते हैं। इसके अलावा खजूर में मिट्टी का पानी होता है जो व्रत के दौरान शरीर की जरूरतों को पूरा करने में मदद करता है।
रमज़ान में खजूर खाने के कई कारण हैं
- हदीस: पैगंबर मुहम्मद ने कहा, “जब भी तुममें से कोई रोजा रखे, जब इफ्तार का समय हो तो उसे खजूर से अपना रोजा खोलना चाहिए, क्योंकि खजूर बरकत वाला है।” (साहिह बुखारी)
- सुन्नत: खजूर से इफ्तार करना पैगंबर मुहम्मद की सुन्नत है।
पोषण का महत्व
- ऊर्जा: खजूर में प्राकृतिक शर्करा होती है जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करती है।
- फाइबर: खजूर में फाइबर होता है जो पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है।
- विटामिन और खनिज: खजूर में विटामिन ए, बी, सी और ई और पोटेशियम, मैग्नीशियम और कैल्शियम जैसे खनिज होते हैं जो शरीर के लिए आवश्यक होते हैं।
स्वास्थ्य लाभ
- ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है: खजूर में पोटैशियम होता है जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है।
- हड्डियों को मजबूत बनाता है: खजूर में कैल्शियम और मैग्नीशियम होता है जो हड्डियों को मजबूत बनाता है।
- एनीमिया को रोकता है: खजूर में आयरन होता है जो एनीमिया को रोकने में मदद करता है।
कोई और वजह
- आसानी से उपलब्ध: खजूर आसानी से उपलब्ध और सस्ते हैं।
- स्वादिष्ट: खजूर स्वादिष्ट होते हैं और बच्चे भी इन्हें पसंद करते हैं।
रमज़ान में खजूर खाने के कई धार्मिक, पोषण संबंधी और स्वास्थ्य लाभ हैं। यह एक स्वादिष्ट और आसानी से उपलब्ध होने वाला भोजन है जो बच्चों को भी बहुत पसंद आता है। रोजा खोलते समय सिर्फ खजूर नहीं खाना चाहिए। अपनी जरूरत के अनुसार खजूर का सेवन करें। अगर आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है तो खजूर का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।