भारत में मिले ‘कोरोना’ के नए सबवेरिएंट JN.1 के 21 मामले, कितना खतरनाक है सब वैरिएंट? कितनी तैयार है सरकार?

Covid-19 Update | Beware corona re-emerges in state patient was also found in new variant

भारत में एक बार फिर से कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं। पिछले 24 घंटों में देशभर में 614 नए कोविड मामले सामने आए हैं, जो 21 मई के बाद सामने आए नए मामलों की सबसे अधिक संख्या है। बढ़ते कोविड मामलों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने राज्यों को उभरते मामलों पर नजर रखने का निर्देश दिया है।

इससे भी बड़ी खबर यह है कि गोवा, केरल और महाराष्ट्र में भी कोविड-19 सब-वेरिएंट JN.1 के 21 मामले पाए गए हैं। सरकारी थिंक टैंक नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने यह जानकारी दी है।

देश में अभी कितने हैं कोविड-19 के मामले?

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, भारत में फिलहाल 2,311 सक्रिय मामले हैं। इस तरह अब कोविड के कुल मामले 4.50 करोड़ हो गए हैं।

कोविड-19 से अब तक कितनी मौतें हो चुकी हैं?

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, केरल में तीन नई मौतें हुई हैं, जिससे अब तक कुल मौतों की संख्या 5.33 लाख हो गई है।

कोविड-19 के सब-वेरिएंट JN.1 के कितने मामले सामने आए हैं?

सरकारी थिंक टैंक नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने बुधवार, 20 दिसंबर को कहा कि भारत में अब तक नए कोरोना वायरस वैरिएंट JN.1 के 21 मामले सामने आए हैं। जिसमें सबसे ज्यादा 19 मामले गोवा में और एक-एक मामला महाराष्ट्र और केरल में दर्ज किया गया है।

कितना खतरनाक है सब वैरिएंट JN.1?

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा COVID-19 के सबवेरिएंट JN.1 को ‘वेरिएंट ऑफ़ इंटरेस्ट’ के रूप में वर्गीकृत किया गया है। यह अपने मूल वेरिएंट ओमीक्रॉन BA.2.86 से अलग है। मंगलवार, 19 दिसंबर को जारी WHO के बयान में भी कहा गया कि यह चिंता का कारण नहीं है और यह स्ट्रेन सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए ज्यादा खतरा पैदा नहीं करता है।


दूसरी ओर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव सुधांश पंत ने कहा कि JN.1 वैरिएंट की गहन वैज्ञानिक जांच चल रही है, लेकिन यह तत्काल चिंता का कारण नहीं है। भारत में JN.1 वैरिएंट के कारण मामलों का कोई समूह नहीं देखा गया है। सभी मामले हल्के पाए गए और मरीज़ बहुत कम जटिलताओं के साथ ठीक हो गए।


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बुधवार, 20 दिसंबर को राज्यों के साथ एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की, जिसमें उन्होंने वायरस के उभरते वेरिएंट की समीक्षा पर जोर दिया। बैठक के बाद मंत्री ने जनता को आश्वस्त किया कि घबराने की जरूरत नहीं है।

मनसुख मंडाविया ने लिखा, एक समीक्षा बैठक हुई। बैठक में सभी राज्यों ने स्वास्थ्य सुविधाओं के बेहतर कार्यान्वयन के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण व्यक्त किया। स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा, हमें सतर्क रहने की जरूरत है लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। मंत्री ने अधिकारियों को INSACOG नेटवर्क के माध्यम से वेरिएंट को ट्रैक करने और समय पर नए वेरिएंट का पता लगाने का निर्देश दिया है।