Fact Check | अडानी के बंदरगाह से अरब भेजी जा रही हैं सैकड़ों गायें, वहीं काट दी जाएंगी: सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल, जानें क्या है सच्चाई

Fact Check | लोकसभा चुनाव के दौरान तमाम चेतावनियों के बावजूद कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा फर्जी खबरें फैलाकर नकारात्मक माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है। इन खबरों को फैलाने के लिए सोशल मीडिया को हथियार बनाया गया है। कई बार कुछ पार्टियाँ इन भ्रामक खबरों को अपनी विरोधी पार्टी के खिलाफ प्रचार के साधन के रूप में इस्तेमाल करती हैं। ऐसी ही कई बेबुनियाद खबरें इस वक्त गुजरात से वायरल हो रही हैं। सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि गुजरात के अडानी पोर्ट पर हजारों गायों से भरे ट्रक देखे गए हैं जिन्हें अरब देशों में सप्लाई किया जाएगा।

वायरल वीडियो के साथ शेयर किए जा रहे कैप्शन में यह भी दावा किया जा रहा है कि बीजेपी सरकार बीफ व्यापारियों से चंदा ले रही है. इस वीडियो को कल्याण सहाय मीना नाम के ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) यूजर ने शेयर किया है। उन्होंने लिखा, गुजरात अडानी बंदरगाह पर हजारों गायें ट्रकों में खड़ी हैं। अरब देशों में जाना है। जिसे वहीं काटा जाएगा, कहाँ छूप गये सारे अंधभक्त? मैं गधों को याद दिला दूं कि बीजेपी ने सिर्फ बीफ का कारोबार करने वालों से ही चंदा लिया है, सब पैसे का खेल है।

इस वीडियो में एक जगह पर कई ट्रक कतार में खड़े नजर आ रहे हैं. इन ट्रकों के अंदर गायें खड़ी नजर आ रही हैं. वीडियो को ऊपर से ज़ूम करके बनाया गया है। यहां तक कि अंसारी परिवार भी इस वीडियो को शेयर करने से नहीं चूका. अंसारी परिवार ने कल्याण सहाय मीना हैंडल से ‘X’ कैप्शन भी कॉपी करके पेस्ट कर दिया। अंसारी परिवार ने अपने कैप्शन में हंसने वाली इमोजी भी लगाई है और हैशटैग लगाकर इसे ब्रेकिंग न्यूज घोषित किया है।

इन दोनों के अलावा कई अन्य यूजर्स भी इस वीडियो को शेयर करने में लगे हुए हैं। इन सभी के कैप्शन लगभग एक जैसे ही हैं. इन सभी लोगों के कैप्शन में गाय, अडानी और बीजेपी आम शब्द हैं। देव ठाकुर नंदवंशी जैसे कुछ हैंडल्स ने इसे सवाल के तौर पर शेयर किया है। ऑपइंडिया ने इस वीडियो की पड़ताल की।

जानिए क्या है सच्चाई

जब ऑपइंडिया ने इस वीडियो की पड़ताल की तो सच्चाई कुछ और ही सामने आई। जब हमने इसकी पड़ताल की तो हमें फेसबुक पर एक रील मिली। इस वीडियो के नीचे अडानी पोर्ट और अरबी भाषा में एक कैप्शन लिखा हुआ था। कैप्शन का हिंदी में अर्थ है ‘बीफ बाज़ार’ – इस रील को हर जगह वायरल किया जा रहा है।

इराक का अल-कसर पोर्ट

जब हमने इस वीडियो की आगे जांच की तो पाया कि जो बंदरगाह दिख रहा है वह भारत का नहीं है, गुजरात का तो दूर की बात है। यह बंदरगाह इराक में मौजूद है जिसका नाम उम्म क़सर पोर्ट है। यह इराक के उम्म क़सर शहर में मौजूद है। इसे इराक का दूसरा सबसे बड़ा बंदरगाह कहा जाता है। जब हमने गूगल से इस पोर्ट के बारे में अधिक जानकारी जुटाई तो पता चला कि इराक को 80 फीसदी सामान यहीं से सप्लाई होता है। इस दौरान यह जानकारी भी सामने आई कि इस बंदरगाह से कई गाय, भैंस और अन्य जानवर ब्राजील भेजे जाते हैं।

अपनी आगे की जांच के दौरान हमने गूगल पर उम्म क़सर पोर्ट की तस्वीरें खोजीं। यहां दिख रही तस्वीरें वायरल वीडियो में दिख रहे सीन से काफी हद तक मेल खाती हैं. इसके साथ ही हमने गुजरात स्थित उन 2 बंदरगाहों की पड़ताल की जिनका संचालन अडानी ग्रुप करता है। हजीरा और मुंद्रा पोर्ट नाम के इन दोनों बंदरगाहों की तस्वीरें वीडियो में दिख रहे बंदरगाहों से काफी अलग हैं। अंत में हम इस नतीजे पर पहुंचे कि वायरल वीडियो में दिख रहे बंदरगाह का भारत से कोई संबंध नहीं है।