बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट मामले में बेल्लारी का शब्बीर गिरफ्तार, दूसरा हैदराबाद में छिपा, एनआईए कर रही पूछताछ

(चित्र साभार: Times now & NIA_India)
चित्र साभार: Times now & NIA_India

Rameshwaram Cafe in Bengaluru | बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में हुए धमाके के मामले में सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी सफलता मिली है। सुरक्षा एजेंसी NIA ने इस मामले में धमाका करने वाले आतंकी के एक मददगार को गिरफ्तार किया है। उसे कर्नाटक से ही गिरफ्तार किया गया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में 1 मार्च को हुए ब्लास्ट की जांच कर रही NIA ने एक संदिग्ध शब्बीर को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि उन्हें कर्नाटक के बेल्लारी में किसी जगह से गिरफ्तार किया गया है. फिलहाल एजेंसी उनसे इस मामले में गहन पूछताछ कर रही है।

कर्नाटक के एक स्थानीय समाचार चैनल ने बताया कि शब्बीर को सुबह 4 बजे गिरफ्तार किया गया। फिलहाल शब्बीर को पूछताछ के लिए बेंगलुरु ले जाया गया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में ब्लास्ट करने वाला आतंकी शब्बीर से मिलने आया था।

शब्बीर बेल्लारी के कौल बाजार इलाके का रहने वाला बताया जा रहा है। आरोप है कि शब्बीर ने बेंगलुरु में ब्लास्ट करने वाले आतंकी को भागने में मदद की थी। यह आतंकी तेलंगाना के हैदराबाद भाग गया है। मुख्य आतंकी के हैदराबाद में छिपे होने की खबर है।

गौरतलब है कि पिछले शुक्रवार (1 मार्च, 2024) को बेंगलुरु के व्हाइटफील्ड इलाके में स्थित रामेश्वरम कैफे में दोपहर में विस्फोट हुआ था। इस धमाके में 9 लोग घायल हो गए। धमाके के पीछे की जानकारी बाद में सामने आई। इसके बाद एनआईए ने इस मामले की जांच शुरू की। इसके बाद से इस संदिग्ध की पहचान स्थापित करने की कोशिश की जा रही है।

NIA ने इस मामले में एक संदिग्ध की फोटो जारी की थी और लोगों से उसकी पहचान करने को कहा था. संदिग्ध के बस और कैफे के अंदर का सीसीटीवी वीडियो सामने आया। पता चला कि वह सार्वजनिक बस से विस्फोट स्थल पर आया था।

रामेश्‍वरम कैफे ब्‍लास्‍ट को अंजाम देने वाला संदिग्‍ध सुबह 10:45 बजे एक सार्वजनिक बस से उतरा था. यह बस स्टॉप कैफे से सिर्फ 100 मीटर की दूरी पर है। इसके बाद वह घूमकर 11:34 बजे कैफे में दाखिल हुए और 8 मिनट बाद बाहर आए। इसी बीच उसने यहां बम रख दिया था।

यहां से निकलने के बाद वह एक किलोमीटर दूर स्थित बस स्टॉप पर गए और वहां से बस पकड़ी. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि संदिग्ध रास्ते में एक मुस्लिम धार्मिक केंद्र पर भी रुका था. यहां उन्होंने अपना भेष बदला और अपनी टोपी भी छोड़ दी।

NIA ने यह टोपी बरामद की थी. संदिग्ध की पहचान के लिए एनआईए ने उसकी फोटो वाला एक पोस्टर जारी किया था. NIA ने इस संबंध में जानकारी देने वाले को 10 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी। अब इस मामले में इस संदिग्ध के हिरासत में आने के बाद इस मामले के खुलासे की उम्मीद बढ़ गई है।