गोरखपुर : अब दुश्मन हमारे जवानों को छल से नहीं मार पाएगा. गोरखपुर के गीदा के बच्चों ने बनाई सेंसर वाली मशीन। एंटी अटैक आर्मी कैंप जो जवानों की सुरक्षा करेगा।
- अंधेरे में काम नहीं करेगी मशीन
- रक्षा मंत्री को पत्र भेजने की तैयारी
- लैंडमाइन ट्रांसमीटर से लैस होगा सेंसर
- सेंसर को 200 मीटर के एरिया में लगाया जा सकता
- सेंसर जवानों का सुरक्षा कवच
अंधेरे में काम नहीं करेगी मशीन
अब इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (आईटीएम) गीडा के छात्रों ने एक एंटी-अटैक आर्मी कैंप का मॉडल तैयार किया है, जो न सिर्फ जवानों को अंधेरे में आतंकी और नक्सली हमलों से अलर्ट करेगा. बल्कि वह कैंप के अंदर से ही ऑटोमेटिक गन से दुश्मन पर निशाना साधेंगे और उनकी रक्षा भी करेंगे।
रक्षा मंत्री को पत्र भेजने की तैयारी
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के मौके पर गोरखपुर आईटीएम के छात्रों ने इस एंटी अटैक आर्मी कैंप को तैयार किया है. संस्थान द्वारा बनाया गया। इस कैंप को लेकर गृह और रक्षा मंत्री को पत्र भेजने की तैयारी है। आईटीएम के मैकेनिकल विभाग के प्रमुख विनीत राय और सिविल के प्रमुख आशुतोष गुप्ता के नेतृत्व में बीटेक के छात्र दिग्विजय यादव, अमन शर्मा और दीपक कुशवाहा ने मॉडल तैयार किया है।
लैंडमाइन ट्रांसमीटर से लैस होगा सेंसर
इन छात्रों ने कहा कि यह पूरी तरह सेंसर से लैस होगा और मौजूदा आर्मी कैंप से अलग है. यह वायरलेस, लैंडमाइंस, सेंसर, रेडियो फ्रीक्वेंसी मोशन सेंसर और कैमरों से लैस है, इन सेंसर के रेडियो रिसीवर कैंप के अंदर और बाहर लगाए गए हैं। उनकी छोटी बारूदी सुरंगें ट्रांसमीटर हैं।
कैंप से दूर चारों तरफ जमीन के अंदर छिपा हुआ यह ट्रांसमीटर लगा है, जैसे इस लैंड माइंस में लगे प्रेशर सेंसर स्विच पर कोई दबाव पड़े तो स्मार्ट कैंप में लगे अलार्म का रेड सिग्नल ब्लिंक करने लगेगा। जिससे कैंप के अंदर मौजूद जवानों को दुश्मन के आने की सूचना मिल जाएगी और जवान समय रहते सतर्क होकर अपना बचाव कर सकेंगे।
सेंसर को 200 मीटर के एरिया में लगाया जा सकता है
इसमें एक और सेंसर लगा होता है, जो किसी वस्तु की हलचल का पता लगते ही कैंप को सिग्नल भेज देता है कि कोई हमारे कैंप के रेड जोन एरिया में आ गया है. इस सेंसर को कैंप के 200 मीटर के एरिया में भी लगाया जा सकता है। कैंप में इलेक्ट्रिक सोलर गन भी लगाई गई है।
जिससे खेमे के अंदर से ही दुश्मन पर निशाना साधा जा सकता है। कैंप में लगी बंदूक से हमारे जवान रिमोट की मदद से चारों तरफ गोलियां चला सकते हैं।
सेंसर जवानों का सुरक्षा कवच
बीटेक के छात्रों द्वारा तैयार किया गया यह हाईटेक एंटी अटैक आर्मी कैंप न सिर्फ उन जवानों की सुरक्षा करेगा, बल्कि दुश्मनों की आवाज को पहचानकर उन पर फायर कर उन्हें पल भर में मौत के घाट उतार देगा।
निश्चित रूप से इन बच्चों ने एनटी अटैक आर्मी बनाकर हमारी सीमा की रक्षा करने वाली सेना के जवानों को सुरक्षा कवच प्रदान किया है। जो हर समय उनकी रक्षा करेगा।