Friendship Day 2023 दोस्ती का त्योहार, जानिए फ्रेंडशिप डे का इतिहास और महत्व

    इंटरनेशनल फ्रेंडशिप

    Friendship Day 2023: दोस्ती इंसान के जीवन की अनमोल दौलत होती है। यह एक ऐसा रिश्ता है, जो बिना किसी स्वार्थ और भेदभाव के लोगों को एक-दूसरे से जोड़े रखता है। दोस्ती के इसी रिश्ते को सेलिब्रेट करने के लिए हर साल फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है। यह दिन विशेष रूप से दोस्ती के महत्व को समझाने के उद्देश्य से मनाया जाता है।

    हालांकि, इसे लेकर अक्सर लोगों में भ्रम रहता है। दरअसल, कई जगहों पर यह 30 जुलाई को मनाया जाता है, जबकि कुछ देशों में यह अगस्त के पहले रविवार को मनाया जाता है।

    ऐसे में लोगों के मन में ये सवाल है कि ये दिन कब मनाया जा रहा है. अगर आप भी इस सवाल का जवाब ढूंढ रहे हैं तो आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि भारत में फ्रेंडशिप डे किस दिन मनाया जाता है, आइए जानते हैं।

    इंटरनेशनल फ्रेंडशिप दिवस कब है?

    यह दिन अलग-अलग देशों में अलग-अलग तारीखों पर मनाया जाता है। दरअसल, कई देशों में जहां अगस्त के पहले रविवार को दोस्ती का जश्न मनाया जाता है, वहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसे 30 जुलाई को मनाया जाता है।

    इस दिन के इतिहास की बात करें तो पहली बार साल 1958 में पराग्वे में इस दिन को मनाने का प्रस्ताव रखा गया था. बाद में इस प्रस्ताव पर विचार करते हुए संयुक्त राष्ट्र ने 30 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय मित्रता दिवस घोषित किया और तब से हर साल 30 जुलाई को कई देशों में अंतर्राष्ट्रीय मित्रता दिवस मनाया जाने लगा।

    भारत में फ्रेंडशिप डे कब है?

    हालाँकि, कुछ देश ऐसे भी हैं जहाँ फ्रेंडशिप डे 30 जुलाई के बजाय अगस्त के पहले रविवार को मनाया जाता है। इन देशों में भारत का नाम भी शामिल है। भारत के अलावा, मलेशिया, संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएसए), संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और बांग्लादेश जैसे देशों में भी अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है।

    फ्रेंडशिप डे का महत्व और थीम

    यह दिन खास तौर पर दोस्तों और उनकी दोस्ती को समर्पित है। यह दिन दोस्ती का जश्न मनाने और लोगों के जीवन में दोस्तों के महत्व को समझाने के उद्देश्य से मनाया जाता है। यह दिन बताता है कि कैसे एक दोस्त के बिना हमारा जीवन अधूरा है और हमारे जीवन में दोस्तों का क्या महत्व है। वहीं, बात करें इस साल की थीम की तो फ्रेंडशिप डे 2023 की थीम ‘दोस्ती के जरिए मानवीय भावना को साझा करना’ तय की गई है।