मुंबई : महाराष्ट्र विधानसभा के मानसून सत्र का यह आखिरी सप्ताह है और कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार को आखिरकार इस सप्ताह (3 अगस्त) विपक्ष के नेता के रूप में चुना गया। विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने विपक्ष के नेता के रूप में विजय वडेट्टीवार के नाम की घोषणा की, जिसके बाद सदन की ओर से वडेट्टीवार को बधाई दी गई।
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने खुद वडेट्टीवार को विपक्ष का नेता नियुक्त किया। इसके बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस, उपमुख्यमंत्री अजित पवार, जयंत पाटिल ने वडेट्टीवार को बधाई दी। वडेट्टीवार के अभिनंदन प्रस्ताव पर बोलते हुए ऐसा लगा कि देवेन्द्र फड़णवीस ने एक बार फिर महाराष्ट्र की राजनीति में सियासी भूचाल का संकेत दे दिया है।
इस अवसर पर बोलते हुए, फड़नवीस ने अप्रत्यक्ष रूप से कांग्रेस विधायक संग्राम थोपटे को भाजपा में शामिल होने की पेशकश की। कांग्रेस विधायक संग्राम थोपेट का नाम 2019 में मंत्री पद, फिर विधानसभा अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष के तौर पर चर्चा में था।
देवेन्द्र फड़णवीस ने सवाल उठाते हुए कहा, अब संग्राम भाई का क्या होगा, उनके साथ हमेशा ऐसा क्यों होता है? फड़णवीस ने आगे कहा, जब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने विधानसभा अध्यक्ष का पद छोड़ा तो हम अंत तक सुनते रहे कि विधानसभा अध्यक्ष संग्राम थोपटे होंगे, संग्राम थोपटे का नाम आएगा, ऐसे हमेशा कहा जाता रहा है। लेकिन संग्रामभाऊ का नाम हर बार की तरह टाला जाता रहा है, यह क्यों होता है हमें नहीं पता; देवेन्द्र फड़णवीस ने पलटवार किया है।