JDU New President: बिहार के सीएम नीतीश कुमार को जेडीयू का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया है. दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में ललन सिंह ने जेडीयू अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा नीतीश कुमार को सौंप दिया है। पिछले कुछ दिनों से ललन सिंह के इस्तीफे को लेकर देश की राजनीति में जोरदार चर्चा चल रही थी. ललन सिंह पर लालू के साथ मिलकर जेडीयू को तोड़ने का आरोप लग रहा था।
जेडीयू में आज क्या हुआ
अब सवाल ये है कि आगे क्या होगा। इसका जवाब आप हमारी एक्सक्लूसिव खबर में पढ़ने जा रहे हैं। 27 दिसंबर को हमारे द्वारा लिखी गई एक्सक्लूसिव खबर आप नीचे क्लिक करके पढ़ सकते हैं।
बीजेपी के लिए बोझ हैं नीतीश- सूत्र
अब पढ़िए इससे भी बड़ी धमाकेदार खबर। बिहार के राजनीतिक गलियारे से हमारे एक और भरोसेमंद सूत्र ने हमें चौंकाने वाली जानकारी दी है। हम आपको ये खबर भी विस्तार से बताएंगे. लेकिन अभी नहीं, जब वह समय करीब आएगा।
इस सूत्र के मुताबिक, अगर बीजेपी अभी नीतीश कुमार को अपने साथ यानी एनडीए में ले लेती है तो वह बोझ साबित हो सकते हैं. लेकिन आगे चलकर कुछ भी संभव है। यानी कुल मिलाकर हमारे सूत्र ने बीजेपी के अंदर चल रही बड़ी चर्चा को सामने रखा. अब सवाल ये है कि नीतीश आगे क्या करने वाले हैं? वे दोबारा जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष क्यों बने? नीचे पढ़ें।
इसलिए नीतीश ने जेडीयू की कमान संभाली
सबसे पहले तो आप यह जान लें कि ललन सिंह को नीतीश कुमार या पार्टी ने नहीं हटाया है, बल्कि उन्होंने अपनी मर्जी से इस्तीफा दिया है। हमारे विश्वसनीय सूत्र ने हमें यह बात दो-तीन दिन पहले ही बता दी थी। लेकिन सवाल ये है कि नीतीश कुमार दोबारा अध्यक्ष क्यों बने? ये जवाब भी हमारे उसी विश्वसनीय सूत्र ने दिया।
हमारे सूत्र ने बताया है कि कांग्रेस ने नीतीश कुमार के साथ गठबंधन में धोखा किया है। इसके लिए अब उसे बिहार में लोकसभा चुनाव के लिए सिर्फ 4 सीटों की पेशकश की जाएगी। ये जानकारी भी हम आपको एक्सक्लूसिव तौर पर दे रहे हैं। इससे पहले पिछले साल एनबीटी ने ही सबसे पहले आपको सरकार गिरने की खबर दी थी।
बिहार के एक विश्वस्त सूत्र के मुताबिक जेडीयू ने 17-17-4-2 का फॉर्मूला भी तैयार कर लिया है। यानी बिहार की चालीस लोकसभा सीटों में से 17-17 सीटें जदयू और राजद के लिए होंगी। कांग्रेस को 4 और लेफ्ट पार्टियों को 2 सीटें दी जाएंगी।अब समझ लीजिए कि अपने बड़े छत्र की ताकत दिखाकर कांग्रेस ने दिल्ली में नीतीश के साथ जो खेल खेला, उसका जवाब उसी अंदाज में देने को तैयार है।