Maharashtra | शरद पवार की बढ़ी मुश्किलें, इन विधायकों ने दिया अजित गुट में शामिल होने का संकेत

Kiran Lahamate (left) and Ashutosh Kale (right). Image Source: Sarkarnama and Deshdoot

Maharashtra NCP Political Crisis : महाराष्ट्र की राजनीति में हर दिन नई उथल-पुथल का दौर जारी है। एनसीपी में चाचा-भतीजे की लड़ाई चरम पर पहुंच गई है। अजित पवार के पार्टी से बगावत के बाद शरद पवार के लिए पार्टी को संभालना मुश्किल हो रहा है।

ऐसी खबर सामने आ रही है कि शरद पवार गुट से एक और विधायक अजित पवार के गुट में जा सकते हैं। महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री भतीजे अजित पवार लगातार पार्टी पर दावा ठोक रहे हैं। अब वह सीधे तौर पर एनडीए सरकार में शामिल हो गये हैं। दो गुटों में बंटी पार्टी में अब विधायकों की संख्या को लेकर घमासान जारी है।

दरअसल, शरद पवार गुट के विधायक राजेंद्र शिंगणे ने रविवार को संकेत दिया है कि वह अजित पवार के गुट में जाएंगे। शिंगने के मुताबिक, अगर अजित पवार बुलढाणा डिस्ट्रिक्ट बैंक की मदद करते हैं तो वह उनका समर्थन कर सकते हैं। इससे पहले 5 जुलाई की बैठक में शरद पवार के साथ मौजूद मकरंद पाटिल ने घोषणा की थी कि वह अजित पवार के साथ जा सकते हैं।

कई विधायकों ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं

इस बीच कई अन्य विधायकों ने भी पाला बदलने के संकेत दिये है। किरण लाहमटे ने पिछले शनिवार यानी 8 जुलाई को अजित पवार से मुलाकात की थी। वहीं, एक अन्य विधायक सरोज अहिरे ने अभी तक अपनी राय सामने नहीं रखी है। इसी बीच सुप्रिया सुले ने उनसे अस्पताल में मुलाकात की है।

इसके बाद छगन भुजबल ने भी उनका हाल जाना। अब सवाल उठ रहा है कि विधायक किसके साथ जा सकते हैं, अगर सभी लोग अजित के पक्ष में चले गए तो शरद पवार के लिए पार्टी को दोबारा खड़ा करना मुश्किल हो जाएगा। गौरतलब है कि एनसीपी के अंदर वर्चस्व की लड़ाई चल रही है।

अब दोनों गुट अपना-अपना दावा ठोक रहे हैं। अजित पवार का कहना है कि शरद पवार को अब रिटायर हो जाना चाहिए और पार्टी की कमान हमें सौंप देनी चाहिए। वहीं शरद पवार का कहना है कि उम्र का इससे कोई लेना-देना नहीं है। जब तक उन्हें जनता का प्यार मिलता रहेगा, वह पार्टी के लिए सक्रिय रहेंगे।