Kharge Hits Back at Nitish| ‘रविवार 28 जनवरी को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि उन्हें पता था कि ऐसा होगा।उन्होंने कहा, देश में ‘आया राम-गया राम’ जैसे कई लोग हैं।
खड़गे ने कहा- पहले वो और मैं साथ मिलकर लड़ रहे थे। जब मैंने लालू जी और तेजस्वी से बात की तो उन्होंने भी कहा कि नीतीश जा रहे हैं, अगर उसे रुकना होता तो रुक जाता लेकिन वह जाना चाहते है।
इसलिए ये तो हम पहले से ही जानते थे, लेकिन अगर हम INDIA गठबंधन को बरकरार रखने के लिए कुछ भी गलत कहते तो गलत संदेश जाता। इसकी जानकारी हमें लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव ने पहले ही दे दी थी। आज ये सच हो गया, देश में ‘आया राम गया राम’ जैसे कई लोग हैं।
देशभर में चर्चा थी कि नीतीश भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में फिर से शामिल होने जा रहे हैं। इसके बाद राज्य में ‘महागठबंधन’ का राज खत्म हो जाएगा, रविवार 28 जनवरी को भी ऐसा ही हुआ।
राज्य में तेजी से बदलते राजनीतिक घटनाक्रम की शुरुआत पूर्व सीएम और राजद प्रमुख लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य के एक सोशल मीडिया पोस्ट से हुई, जिसमें उन्होंने जदयू पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इसकी समाजवादी विचारधारा बदलते हवा के साथ बदलती रहती है।
राजद ने रविवार को राज्य के प्रमुख समाचार पत्रों में जनता दल (यूनाइटेड) सुप्रीमो को किनारे करते हुए और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को प्रोजेक्ट करते हुए पूरे पेज का विज्ञापन दिया। पूरे पन्ने के विज्ञापन में जिसमें सिर्फ तेजस्वी की बड़ी सी तस्वीर थी। राजद ने 4 लाख से अधिक सरकारी नौकरियां प्रदान करने से लेकर राज्य की पर्यटन क्षमता को बढ़ाने तक कई विकासात्मक पहलों के लिए डिप्टी सीएम को धन्यवाद दिया।
बिहार विधानसभा में 243 विधायक हैं. जिसमें राजद के 79, भाजपा के 78, जदयू के 45, कांग्रेस के 19, सीपीआई (एम-एल) के 12, सीपीएम और सीपीआई के 2-2, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के 4 विधायक हैं। अन्य दो सीटें एआईएमआईएम और निर्दलीय विधायकों के पास हैं।