Uttarakhand Tunnel Collapse: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए ऑपरेशन जारी है। हालांकि, एंडोस्कोपिक कैमरों की मदद से अब सुरंग में फंसे लोगों से संपर्क करना संभव हो गया है। सुरंग में फंसे मजदूर अब अपने परिजनों से बात कर रहे हैं, जिससे उनके मन में उम्मीद की किरण जगी है।
जनरल सैयद अता हसनैन और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग सचिव अनुराग जैन ने बचाव अभियान के बारे में जानकारी दी। उत्तरकाशी सुरंग हादसे के बाद चल रहे बचाव कार्य पर राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य लेफ्टिनेंट जनरल सैयद अता हसनैन ने कहा कि वर्तमान में एनडीआरएफ, आईटीबीपी, आर्मी इंजीनियर्स, एसडीआरएफ, फायर एंड इमरजेंसी सर्विसेज, बीआरओ और भारत सरकार की अन्य तकनीकी एजेंसियां वहां काम कर रही हैं।
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue operation | International Tunneling Expert, Arnold Dix says, "It's fantastic, of course, the news we have had over the last few hours. It is great to see the faces of those men that we are going to bring home. We have food going to… pic.twitter.com/t5f47dPgbu
— ANI (@ANI) November 21, 2023
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | Member of the National Disaster Management Authority, Lt General Syed Ata Hasnain says "The situation is quite challenging as 41 workers are trapped inside the tunnel. Efforts are being made to rescue them as early as possible.… pic.twitter.com/ZoWYsRRKEo
— ANI (@ANI) November 21, 2023
वहां 10 दिनों में अलग-अलग चुनौतियां सामने आई हैं। 3-4 अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ भी साइट पर आये हैं। अंदर जहां मजदूर फंसे हैं वहां काफी जगह है। जहां मजदूर फंसे हैं वहां कंप्रेसर के जरिए राशन, दवाइयां और अन्य जरूरी सामान पहुंचाया जा रहा है। उत्तरकाशी टनल रेस्क्यू ऑपरेशन में बड़ी सफलता, 2-3 दिन में बाहर आ जाएंगे सभी मजदूर, ये खबर अभी ब्रेकिंग न्यूज है। इसके अपडेट आते रहते हैं, जैसे ही अपडेट आएंगे हम आपको उपलब्ध कराएंगे।