Pollution Testing Center : वाहन प्रदूषण जांच केंद्र 2023 कैसे खोले, जानें पूरी प्रक्रिया

Pollution Testing Center

Vahan Pradushan Janch Kendra Kaise Shuru Kare in Hindi (PUC Center) : कोरोना के बाद बिजनेस और नौकरी के मायने बदल गये है, फुल टाइम हो या पार्ट टाइम अगर आप भी कोई बिजनेस प्लान कर रहे है, तो हम आपके लिए बेहतरीन बिजनेस आयडिया लेकर आये है। आप कोई बिजनेस शुरू करना चाहते है तो यह एक अच्छा बिजनेस आइडिया है। यह बिजनेस आइडिया पॉल्यूशन टेस्टिंग सेंटर (Pollution Testing Center) शुरू करने का है।

मोटर व्हीकल एक्ट केंद्र सरकार द्वारा लागू किया गया है। जिससे प्रदूषण जांच केंद्र का कारोबार काफी तेजी से बढ़ रहा है। नए मोटर व्हीकल एक्ट में प्रदूषण सर्टिफिकेट नहीं होने पर भारी जुर्माना लग सकता है।

ऐसे में सभी वाहन मालिकों को पॉल्यूशन कंट्रोल सर्टिफिकेट (Pollution Control Certificate-PUC) की जरूरत होती है। इस बिजनेस को शुरू करते ही आपको पहले दिन से ही कमाई होने लगेगी।

अगर कोई शख्स गाड़ी चला रहा है और उसके पास पॉल्यूशन सर्टिफिकेट (Pollution Control Certificate-PUC) नहीं है तो उस पर जुर्माना लगाया जाता है। इस जुर्माने की राशि 10,000 रुपए तक हो सकती है।

ऐसे में हर छोटे से लेकर बड़े वाहन को पॉल्यूशन सर्टिफिकेट लेना जरूरी है। कहने का मतलब 50 हजार रुपये की गाड़ी है। अगर उसके पास पॉल्यूशन सर्टिफिकेट नहीं होगा तो 10 हजार रुपए जुर्माना लगाया जाएगा।

Vahan Pradushan Janch kendra kaise khole in hindi (PUC Center)

Vahan Pradushan Janch kendra kaise khole in hindi (PUC Center)

Pollution Testing Center में कमाई कितनी होगी?

इस बिजनेस को आप हाईवे-एक्सप्रेस वे के करीब शुरू कर सकते हैं। शुरुआत में आप सिर्फ 10,000 रुपये का निवेश कर सकते हैं। आप हर महीने 50,000 रुपये तक कमा सकते हैं। हाईवे और एक्सप्रेसवे के किनारे आसानी से प्रतिदिन 1500-2000 रुपये कमा सकते हैं।

Pollution Testing Center कैसे शुरू करें?

प्रदूषण जांच केंद्र खोलने के लिए सबसे पहले स्थानीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) से लाइसेंस लेना होता है। इसके लिए नजदीकी आरटीओ ऑफिस में आवेदन करना होगा। पेट्रोल पंप, ऑटोमोबाइल वर्कशॉप के आसपास प्रदूषण जांच केंद्र खोले जा सकते हैं।

इसके लिए आवेदन करने के साथ 10 रुपये का शपथ पत्र देना होगा। स्थानीय प्राधिकरण से अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करना होगा। प्रदूषण जांच केंद्र की हर राज्य में अलग-अलग फीस होती है। कुछ राज्यों में आप ऑनलाइन आवेदन भी कर सकते हैं।

Pollution Testing Center शुरू करने के लिए शर्तें

  • इसके लिए अपने क्षेत्र के आरटीओ कार्यालय से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट प्राप्त करना होगा।
  • पीयूसी पेट्रोल पंप/ऑटोमोबाइल वर्कशॉप के पास प्रदूषण जांच केंद्र खोले जा सकते हैं।
  • प्रदूषण जांच केंद्र के लाइसेंस की वैधता 1 साल की होती है, इसलिए आपको हर साल लाइसेंस का नवीनीकरण (Renew) कराना होगा।
  • पीले रंग के केबिन में ही प्रदूषण जांच केंद्र खोले जा सकते हैं।
  • इसकी लंबाई 2.5 मीटर, चौड़ाई 2 मीटर और ऊंचाई 2 मीटर होनी चाहिए।
  • पीओसी सेंटर पर लाइसेंस नंबर लिखना जरूरी है।
  • उद्यमी को वाहनों का प्रदूषण परीक्षण उपरांत वाहन का प्रदूषण प्रमाण पत्र देना होगा।
  • इसमें सरकार से प्राप्त स्टीकर लगाना अनिवार्य है।
  • प्रदूषण जांच केंद्र में मांगी गई जानकारी को करीब 1 साल तक कंप्यूटर में सुरक्षित रखना होगा।
  • जिसके नाम पर लाइसेंस होगा उसे ही केंद्र चलाना होगा।

Pollution Testing Center शुरू के नियम

पहचान के तौर पर पीले रंग के केबिन में ही प्रदूषण जांच केंद्र खोलना होगा। ताकि उसकी अलग से पहचान हो सके। केबिन का आकार 2.5 मीटर लंबा, 2 मीटर चौड़ा और 2 मीटर ऊंचा होना चाहिए। प्रदूषण जांच केंद्र पर लाइसेंस नंबर लिखना जरूरी है।

Pollution Testing Center इनके लिए साबित होगा फायदेमंद

प्रदूषण जांच केंद्र खोलने के लिए मोटर मैकेनिक्स, ऑटो मैकेनिक्स, स्कूटर मैकेनिक्स, ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग, डीजल मैकेनिक्स में सर्टिफिकेट या औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) से प्रमाणित सर्टिफिकेट होना चाहिए। आपको स्मोक एनालाइजर खरीदना होगा।