जामताड़ा में बड़ा रेल हादसा, आग की खबर सुनकर कूदे यात्री, दूसरी ट्रेन की चपेट में आए, 12 की मौत

जामताड़ा में बड़ा रेल हादसा,

जामताड़ा: झारखंड के जामताड़ा से दिल दहला देने वाली खबर सामने आ रही है. जानकारी के मुताबिक ट्रेन की चपेट में आने से 12 लोगों की मौत हो गई। आपको बता दें कि जामताड़ा-करमाटांड़ के कालझरिया के पास लोग ट्रेन की चपेट में आ गये।

दरअसल, अंग एक्सप्रेस में आग लगने की सूचना मिली थी. जैसे ही यात्रियों को खबर मिली तो वे जान बचाने के लिए ट्रेन से कूद पड़े। इसी बीच सामने से दूसरी ट्रेन आ गयी। सामने से झाझा-आसनसोल ट्रेन गुजर रही थी और लोग इस ट्रेन की चपेट में आ गये। अब तक 12 लोगों की मौत की खबर है। वहीं कुछ लोगों के घायल होने की भी खबर सामने आ रही है।

इसकी सूचना मिलते ही रेलवे प्रशासन के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन भी मौके पर पहुंच गया है और घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। अंग एक्सप्रेस में आग लगने की सूचना मिलते ही ट्रेन रोक दी गई। वहीं, डरे हुए यात्री अपनी जान बचाने के लिए ट्रेन से बाहर कूद गए।

यह रेल हादसा जामताड़ा के कालाझरिया रेलवे स्टेशन पर हुआ। बिहार के भागलपुर से कर्नाटक के यशवंतपुर जा रही अंग एक्सप्रेस में बुधवार को आग लगने की अफवाह फैल गई, जिससे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। लोको पायलट ने ट्रेन रोक दी। इस पर घबराए यात्री ट्रेन से कूद गए। इसी दौरान सामने से एक और ट्रेन आ रही थी।

ऐसे हुआ हादसा

यह हादसा जामताड़ा-करमाटाड़ रेलखंड पर कालाझरिया के पास हुआ। शुरुआती खबरों के मुताबिक अंगा एक्सप्रेस जामताड़ा के कालाझरिया रेलवे स्टेशन के पास थी। इसी दौरान लोको पायलट को रेलवे लाइन के किनारे से धूल उड़ती हुई दिखी। पायलट को एहसास हुआ कि आग लग गई है और उसने ट्रेन रोक दी।

जिसके बाद यात्री ट्रेन से नीचे उतर गये। उसी समय बगल की लाइन से दूसरी पैसेंजर ट्रेन झाझा-आसनसोल मेमू आ रही थी. इस दौरान पहली ट्रेन से उतरे कई यात्री ट्रेन की चपेट में आ गये।

घायलों को एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया

रेलवे और स्थानीय प्रशासन की टीमें बचाव कार्य में जुट गई हैं। ट्रेन हादसे में घायल यात्रियों को अस्पताल भेजा जा रहा है. साथ ही मृतकों की पहचान करने की कोशिश कर रही है। इस हादसे के बाद मौके पर आसपास के लोगों की भीड़ जमा हो गई है। पुलिस शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की तैयारी कर रही है। हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि मरने वाले यात्री थे या आम लोग।