हिमाचल प्रदेश में गिरने वाली है कांग्रेस सरकार, सीएम सुक्खू ने कही ये बड़ी बात

Shimla

शिमला: हिमाचल प्रदेश के राज्यसभा चुनाव में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। इस चुनाव में बीजेपी के हर्ष महाजन जीत गए हैं और कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी हार गए हैं। दोनों प्रत्याशियों को 34-34 वोट मिले। लेकिन टॉस के जरिए बीजेपी ने चुनाव जीत लिया।

जीते हुए बीजेपी के हर्ष महाजन ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार एक महीने के भीतर गिर जाएगी। विधानसभा में विपक्ष के नेता और पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने भी कहा कि बीजेपी की इस जीत को देखते हुए हिमाचल प्रदेश के सीएम को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। महज एक साल के अंदर ही विधायकों ने उनका साथ छोड़ दिया है।

क्या बोले सीएम सुक्खू?

दरअसल, जैसे ही यह खबर सामने आई कि हिमाचल प्रदेश में बीजेपी ने राज्यसभा चुनाव जीत लिया है तो हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू का बयान सामने आया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के 6 विधायकों ने अपना सम्मान बेच दिया है। जब कोई अपना ईमान बेच दे तो हम क्या कर सकते हैं? अब सिर्फ 34 विधायक ही हमारे साथ हैं. उन्होंने नैतिकता और चरित्र का प्रदर्शन किया है।

कांग्रेस प्रत्याशी ने बताई हार की वजह

राज्यसभा चुनाव में हार पर कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि क्रॉस वोटिंग करने वाले 9 विधायक कल रात तक हमारे साथ थे। आपको बता दें कि 6 कांग्रेस और 3 निर्दलीय विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की, जिससे आंकड़ा 34-34 पर आ गया।

सिंघवी के नाम ड्रा निकला, हर्ष को विजेता घोषित किया गया

वोट 34-34 होने के बाद बीजेपी विधायक कांग्रेस के चिंतपूर्णी विधायक सुदर्शन बब्लू का वोट रद्द करने की मांग कर रहे थे। बीजेपी ने आरोप लगाया कि सरकार ने उन्हें होशियारपुर से लाने के लिए सरकारी हेलीकॉप्टर भेजा और फिर सरकारी वाहन में उन्हें लेने शिमला के जुब्बड़हट्टी हवाई अड्डे गए, जो नियमों के खिलाफ है।

चुनाव आयोग ने बीजेपी से इसका सबूत मांगा, जो बीजेपी नेता नहीं दे सके। इसके बाद आयोग ने लॉटरी निकालकर विजेता घोषित करने का निर्णय लिया। दोनों प्रत्याशियों के नाम की पर्ची डालने के बाद कांग्रेस प्रत्याशी अभिषेक मनु सिंघवी के नाम की पर्ची निकली. नियमों के मुताबिक जिसके नाम का ड्रॉ नहीं निकलता, उसे विजेता घोषित कर दिया जाता है. इस तरह हर्ष महाजन को विजेता घोषित किया गया।

विधानसभा चुनाव से पहले महाजन कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए थे

कांग्रेस नेता हर्ष महाजन सितंबर 2022 में विधानसभा चुनाव से पहले ही बीजेपी में शामिल हुए थे। वह पहले वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह के प्रमुख सलाहकारों में से एक रहे हैं। हर्ष पूर्व वीरभद्र सरकार में पशुपालन मंत्री भी थे। हर्ष को राज्यसभा चुनाव में उतारकर बीजेपी ने कांग्रेस सरकार को बड़ा झटका दिया है।

सीआरपीएफ की सुरक्षा में नौ विधायक पंचुकला पहुंचे

विधानसभा की कार्यवाही खत्म होने के बाद 9 विधायकों को केंद्रीय बल सीआरपीएफ और हरियाणा पुलिस की सुरक्षा दी गई। इनमें छह कांग्रेस विधायक और तीन निर्दलीय विधायक शामिल हैं। मंगलवार को विधानसभा के बाहर हरियाणा नंबर की तीन गाड़ियां पहले से ही खड़ी थीं।

विधानसभा की कार्यवाही खत्म होने के बाद जैसे ही विधायक बाहर निकले. सीआरपीएफ के जवानों ने इन विधायकों से बात की और उन्हें गाड़ी में बैठाया। विधायकों की गाड़ियों के आगे-पीछे सीआरपीएफ जवानों की गाड़ियां थीं। ये विधायक शाम 6.30 बजे तक पंचकुला पहुंच गए। यह बात खुद एक विधायक ने अमर उजाला से साझा की है।

उन्होंने कहा कि एक दिन तो ऐसा होना ही था। क्रॉस वोटिंग को लेकर विधानसभा में दिनभर गहमागहमी का माहौल रहा. कांग्रेस विधायक और मंत्री इधर-उधर नजर आए। हर किसी की जुबान पर यही चर्चा थी कि आज विधानसभा में क्रॉस वोटिंग हुई है. लेकिन किसी की जुबान पर क्रॉस वोटिंग करने वाले का नाम नहीं था।