नई दिल्ली : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरदचंद्र पवार या एनसीपी शरदचंद्र पवार को चुनाव आयोग ने नया चुनाव चिन्ह आवंटित किया है। गुरुवार को मिले इस चुनाव चिह्न में ‘एक शख्स को तुरही बजाते’ हुए दिखाया गया है। चुनाव आयोग से यह मिलने के बाद अब एनसीपी शरदचंद्र पवार का चुनाव चिन्ह ‘तुरही बजाता हुआ आदमी’ होगा।
मराठी भाषा में इसे ‘तुतारी’ कहा जाता है। इसके साथ ही पार्टी अब लोकसभा चुनाव लड़ेगी। आयोग द्वारा यह चुनाव चिन्ह दिए जाने पर शरद पवार ने इसका स्वागत किया और कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है। इससे पहले 6 फरवरी को चुनाव आयोग ने अजित गुट को असली एनसीपी घोषित कर दिया था और शरद पवार गुट का नाम बदलकर एनसीपी शरदचंद्र पवार कर दिया था. इसके बाद बारी थी चुनाव चिह्न आवंटन की। इसके लिए शरद पवार गुट ने चुनाव आयोग को तीन सिंबल का प्रस्ताव दिया था।
इनमें बरगद का पेड़, उगता सूरज और कप-प्लेट का प्रतीक शामिल था। आयोग बरगद का पेड़ मिलने की संभावना जता रहा था। इस बीच गुरुवार को आयोग ने पार्टी को अपने प्रस्तावित चुनाव चिह्न से अलग चुनाव चिह्न आवंटित कर दिया है। इससे पहले जब आयोग ने शरद पवार के भतीजे अजित पवार के गुट को असली एनसीपी बताया था।
तब शरद पवार ने कहा था कि चुनाव आयोग ने न सिर्फ हमारा चुनाव चिन्ह छीना है, बल्कि हमारी पार्टी भी किसी और को दे दी है। उन्होंने कहा था कि ऐसा पहले कभी नहीं हुआ कि जिसने पार्टी स्थापित की उसके हाथ से पार्टी छीनकर किसी और को दे दी गई हो। नया चुनाव चिन्ह मिलने के बाद एनसीपी शरद चंद्र पवार की ओर से कहा गया है कि, महाराष्ट्र के इतिहास में दिल्ली की गद्दी पर बैठने वाले छत्रपति शिवराय की वीरता का प्रतिक है। आज ‘राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरद चंद्र पवार’ के लिए गौरव की बात है।
महाराष्ट्र के आदर्श छत्रपति शिवाजी महाराज, फुले, शाहू, अम्बेडकर के प्रगतिशील विचारों के साथ दिल्ली की गद्दी हिलाने के लिए यह तुतारी एक बार फिर से पवार के साथ बिगुल बजाने को तैयार है। नए चुनाव चिह्न को लेकर शरद पवार गुट के नेता जीतेंद्र आह्वाड ने कहा है कि 84 साल के शरद पवार एक बार फिर से रण में उतर आए हैं।