Badaun Case | साजिद ने खरीदा था चाकू, कहा था- रमजान है, मांस काटने में इस्तेमाल करूंगा : जावेद ने बदायूं पुलिस को बताया

बदायूँ एसएसपी आलोक प्रियदर्शी और हत्यारा साजिद - ANI

Badaun Case | बदायूँ में 2 हिंदू बच्चों की हत्या करने वाले साजिद ने हत्या से पहले चाकू खरीदा था। जब उसके भाई जावेद से पूछा गया तो उसने कहा कि रमजान के दिन चल रहे हैं, इसलिए चाकू मांस काटने के काम आएगा। ये बातें जावेद ने पुलिस पूछताछ में बताई हैं। जावेद से पूछताछ में मिली जानकारी के संबंध में बदायूं एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने मीडिया से बात की है।

जावेद ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि साजिद पिछले 4-5 साल से पीड़ित परिवार के सामने दुकान चलाता था। साजिद पीड़ित परिवार से भी परिचित था। जावेद ने बताया है कि घटना वाले दिन (19 मार्च 2024) वह आम दिनों की तरह दुकान पर आये थे। इसके बाद साजिद ने लोगों के बाल और दाढ़ी आदि भी काटे. इसके बाद करीब 10 बजे साजिद ने कहा कि उनकी तबीयत बिगड़ रही है।

इतना कहकर साजिद दुकान से चला गया। करीब एक बजे वह वापस आया और फिर से तबीयत खराब होने की बात कहने लगा। करीब एक बजे साजिद और जावेद दुकान बंद कर वापस गांव सखानू लौट आए। इसके बाद जावेद ने साजिद से मीट पकाकर खाने को कहा था। दोनों भाई बदायूँ लौट आये थे, जावेद ने बताया है कि साजिद ने हत्या से कुछ घंटे पहले चाकू खरीदा था। जावेद ने पूछा तो साजिद ने बताया कि वह यह चाकू रमजान में मीट काटने के लिए लाया था।

इसके बाद साजिद हिंदू बच्चों के घर जाने की बात करने लगा. जावेद ने बताया है कि साजिद ने घर के अंदर जाकर बच्चों की हत्या कर दी. उन्होंने बताया कि साजिद अंदर से खून से लथपथ कपड़े लेकर बाहर आया था। इसके बाद दोनों भाग गये। जावेद ने पुलिस को बताया कि वह हत्या में शामिल नहीं था बल्कि बाइक लेकर बाहर खड़ा था। पुलिस ने जानकारी दी है कि साजिद की शादी को लेकर दिक्कतें थीं, शादी के 4 साल बाद भी उसकी पत्नी को बच्चा नहीं हो रहा था।

पुलिस ने इस मामले में साजिद के परिवार से भी पूछताछ की है। परिजनों ने पुलिस को बताया है कि साजिद बचपन से ही काफी बीमार था, साजिद के पिता उसे लेकर बदायूँ के कई पीर और छोटे सरकार और बड़े सरकार की दरगाहों पर गए थे। पुलिस ने बताया कि जब साजिद 10 साल की उम्र में बीमार पडा तो उसकी मां कई दिनों तक उनके साथ दरगाह में रहीं।

पुलिस ने कहा है कि साजिद किस बीमारी से पीड़ित था, इसका पता लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि, वह हिंसक प्रवृत्ति का था। उसे कभी-कभी बहुत गुस्सा आता था और उन्हें कोई भी नियंत्रित नहीं कर पाता था। साजिद ने एक बार चूहे मारने वाली दवा भी खा ली थी। पुलिस ने यह भी कहा है कि साजिद ने पहले ही बाल गृह में हत्या करने का मन बना लिया था।

बदायूं के एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने कहा है कि घटना के संबंध में लोगों द्वारा दिए गए सभी तथ्यों को एक साथ रखकर देखा जाएगा। मृतक हिंदू बच्चों के परिजनों से भी घटना के संबंध में विस्तृत जानकारी ली जाएगी। गौरतलब है कि 19 मार्च 2024 की शाम को बदायूं में नाई की दुकान चलाने वाले साजिद ने दो हिंदू बच्चों आयुष और अहान की चाकू से गोदकर हत्या कर दी थी। इस हत्या को अंजाम देने के बाद साजिद फरार हो गया था। उसी दिन यूपी पुलिस ने साजिद को एनकाउंटर में मार गिराया था। घटना के वक्त मौजूद साजिद का भाई जावेद फरार था। जावेद को गुरुवार (मार्च 21, 2024) को गिरफ्तार किया गया था।