Nashik-Chandwad Highway Tomb: महाराष्ट्र के नासिक की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, इस तस्वीर में हाईवे के बीच में एक कब्र बनी हुई है। फोटो वायरल होने के बाद इस पर खूब हंगामा हुआ। कई लोगों ने कहा कि अगर यह मजार नहीं हटाई गई तो वहां मंदिर भी बनाया जाएगा। बताया जा रहा है कि फोटो वायरल होने के बाद प्रशासन हरकत में आया और रात में ही बुलडोजर लेकर वहां पहुंच गया।
यह मजार हाईवे पर बनाई गई थी
मामला महाराष्ट्र के नासिक-चंदवाड हाईवे का है, जहां डिवाइडर के बीच में एक मजार बनाई गई थी। इसे लेकर बीजेपी विधायक नितेश राणे ने सवाल उठाए और कई आरोप लगाएv नितेश राणे ने कहा कि इस मजार पर फूल चढ़ाने के लिए मालेगांव से मौलाना को बुलाया गया था।
हे हिंदुत्वादी सरकार आहे !
इथे उगाचे लाड चालत नाहीत .. लक्षात ठेव्हा!!
🚩🚩🚩 pic.twitter.com/l0bnlk9eda
— nitesh rane (@NiteshNRane) March 2, 2024
बीजेपी विधायक ने आरोप लगाया कि समाधि बनाने के लिए एक अधिकारी ने 20 हजार रुपये लिए, इसकी शिकायत नितिन गडकरी से भी की गई। नीतीश राणे ने कहा था कि अगर हाईवे के बीच में बनी मजार पर बुलडोजर नहीं चलाया गया तो हम वहां हनुमान मंदिर बनाएंगे।
इसके बाद इस कब्र की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं और प्रशासन पर सवाल उठने लगे। अब एक और तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें देखा जा सकता है कि कुछ अधिकारी और बुलडोजर मजार स्थल पर पहुंचे हैं। प्रशासन ने इस मजार को हटा दिया है।
नीतीश राणे ने मजार हटाने की फोटो शेयर करते हुए लिखा कि ये हिंदू सरकार है, याद रखना। नीतीश राणे की इस पोस्ट पर कई लोग अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। एक शख्स ने लिखा कि अच्छा हुआ कि इसे हटा दिया गया, अब इस तरह बने सभी धर्मस्थलों या मंदिरों पर कार्रवाई होनी चाहिए। एक ने लिखा कि हिंदू सरकार होना ठीक है लेकिन कम से कम अवैध निर्माण पर कार्रवाई तो हुई, ये कहने में क्या दिक्कत है?
नासिक जिले के चंदवाद तहसील में मुंबई आगरा नेशनल हाईवे के डिवाइडर पर अनाधिकृत मज़ार को हटा लिया गया है।
बीजेपी के नेताओं ने विरोध में कहा था नहीं हटी तो हम भी मंदिर बनायेंगे, सड़क के बीच में ही जगह दिखी थी क्या उन्हें? pic.twitter.com/l8TD6PU880
— Anurag Chaddha (@AnuragChaddha) March 2, 2024
आपको बता दें कि इस कार्रवाई पर सोशल मीडिया पर कई लोग अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. कुछ लोग इसे धार्मिक नजरिए से देख रहे हैं तो कुछ का कहना है कि ऐसे अवैध निर्माणों पर कार्रवाई होनी ही चाहिए, चाहे उनका संबंध किसी भी धर्म से हो।