मुंबई के माहिम में बीच पर बनी ‘रहस्यमयी दरगाह’ पर चला बुलडोजर, नाराज मुस्लिम बोले- हमारे भी घर तोड़े

Bulldozers run over the 'mysterious dargah

मुंबई: मुंबई में माहिम के किनारे अनाधिकृत रूप से बनाए जा रहे दरगाह जैसे ढांचे को प्रशासन ने आज ढहा दिया. मुंबई शहर के रेजिडेंट कलेक्टर सदानंद जाधव ने कहा कि ‘मजार’ और इसके आसपास के ढांचे अवैध रूप से राजस्व विभाग की जमीन पर बनाए गए थे।

उन्होंने बताया कि बीएमसी और मुंबई पुलिस के जवानों की मदद से ढांचे को गिराने के लिए 6 सदस्यीय टीम का गठन किया गया था. जाधव ने कहा, “बीएमसी ने अवैध ढांचों को गिराने के लिए मशीनरी मुहैया कराई और मुंबई पुलिस ने सुरक्षा मुहैया कराई।”

कलेक्टर द्वारा गठित टीम ने सुबह मौके का मुआयना किया था, जिसके बाद ढांचा गिराने की प्रक्रिया शुरू हुई. 12 से 13 मजदूर हाथों में हथौड़ी और छेनी लिए पुलिस बल के साथ दरगाह के पास पहुंचे।

2 बुलडोजर चलाकर, उन्होंने विध्वंस की प्रक्रिया शुरू की। रमजान शुरू हो रहा है, शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए किसी को भी बीच पर रहने नहीं दिया गया और महज 1 घंटे में पुलिस बल की मदद से पूरा मलबा हटा दिया गया।

600 साल पुरानी दरगाह तोड़ी

वहीं इस घटना के बाद मुस्लिम समाज में आक्रोश है. दरगाह के पास रहने वाले लोगों का आरोप है कि उनके घरों को भी तोड़ दिया गया है। उनका कहना है कि 600 साल पुरानी दरगाह को तोड़ा गया, माहिम दरगाह बाबा की गुरू थीं।

लोगों ने बताया कि यहां ख्वाजा खिजर अली सलाम उस्ताद की मजार थी। उनका दावा है कि मखदूम अली बाबा (माहिम की दरगाह) के मालिक थे।

लोगों का आरोप है कि ट्रस्टी फंड लेते थे, उनकी देखरेख करते थे लेकिन उन्होंने भी काम नहीं रोका और दरगाह को तोड़ दिया गया है।

राज ठाकरे ने अपने भाषण में दरगाह का मुद्दा उठाया

बता दें कि कल महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने शिवाजी पार्क में अपनी रैली में अवैध दरगाह का मुद्दा उठाया था।

राज ठाकरे ने चेतावनी दी थी कि अगर अवैध दरगाह को नहीं तोड़ा गया तो वह वहां गणपति मंदिर की स्थापना करेंगे। राज ठाकरे के भाषण के बाद आज सुबह से ही मुंबई प्रशासन हरकत में आ गया है। अधिकारियों की टीम माहिम दरगाह पर सुबह से ही मौजूद है।