Hindenburg’s Target | अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग ने इसी साल 24 जनवरी को अडानी ग्रुप के खिलाफ खुलासा किया था। जिसके बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट आई थी, अब तक अडानी ग्रुप हिंडनबर्ग के खुलासे से उबर नहीं पाया है।
अडानी ग्रुप पर खुलासे के ठीक 2 महीने बाद अब हिंडनबर्ग ने एक और कंपनी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जिसका संकेत हिंडनबर्ग ने आज सुबह ट्वीट कर दिया।
दरअसल, अब अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने टेक्नोलॉजी फर्म ब्लॉक इंक पर निशाना साधा है और कई गंभीर आरोप लगाए हैं। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, जैक डॉर्सी के नेतृत्व वाली कंपनी ब्लॉक इंक ने धोखे से अपने यूजर्स की संख्या बढ़ा दी।
हिंडनबर्ग का नया विस्फोट
साथ ही इसने अपनी ग्राहक अधिग्रहण लागत को कम किया, आपको बता दें कि इस खबर के बाद ब्लॉक इंक के शेयरों में बड़ी गिरावट आई है। कंपनी के शेयर 20% तक टूट गए हैं। हालांकि पिछले एक साल में इस कंपनी के शेयरों में 57 फीसदी की गिरावट आई है।
हिंडनबर्ग की वेबसाइट पर प्रकाशित खुलासे में कहा गया है कि ब्लॉक के खिलाफ लंबी जांच चल रही है. पिछले दो वर्षों की जांच ने निष्कर्ष निकाला है कि कंपनी ने व्यवस्थित रूप से जनसांख्यिकी का लाभ उठाया है, जो असत्य है। रिपोर्ट के मुताबिक, ब्लॉक ने निवेशकों को गुमराह किया और तथ्यों के साथ खिलवाड़ किया। साथ ही कंपनी के कैश ऐप प्रोग्राम की कई कमियों को भी दूर किया गया है।
बता दें, सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर के को-फाउंडर रहे जैक डोर्सी ने 2009 में ब्लॉक इंक की स्थापना की थी। यह कंपनी टेक्नोलॉजी से जुड़ी है। ब्लॉक इंक को पहले स्क्वायर के नाम से जाना जाता था। कंपनी का मार्केट कैप करीब 44 अरब डॉलर है।
बता दें, साल 2023 की शुरुआत से ही अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग का नाम सुर्खियों में है। इस फर्म द्वारा अडानी ग्रुप को लेकर 24 जनवरी को प्रकाशित रिपोर्ट ने गौतम अडानी के साम्राज्य को हिला कर रख दिया था। इसका असर अभी देखा जा रहा है, इससे दुनिया के टॉप-10 अमीरों में शामिल अडानी की संपत्ति 60 फीसदी तक डूब गई.
अब तक 17 कंपनियों पर हो चुके हैं खुलासे
नाथन एंडरसन की अगुवाई वाली शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग ने 2017 के बाद से दुनिया भर की 17 कंपनियों में कथित गड़बड़ी पर अपनी रिपोर्ट जारी की है। अडानी ग्रुप को निशाना बनाने से पहले साल 2022 में इसने ट्विटर इंक को लेकर भी एक रिपोर्ट जारी की थी।
हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप के बारे में प्रकाशित अपनी रिपोर्ट में शेयरों में हेराफेरी से लेकर कर्ज तक पर गंभीर सवाल खड़े किए थे. हालांकि, इसे अडानी ग्रुप ने खारिज कर दिया था, लेकिन रिपोर्ट का निवेशकों की भावनाओं पर क्या असर पड़ा, वह सबके सामने है। केवल दो महीनों में, गौतम अडानी ने अपनी 60 प्रतिशत संपत्ति खो दी।
इन बड़ी कंपनियों पर जारी हुई रिपोर्ट
जिन कंपनियों के बारे में हिंडनबर्ग ने पहले अपनी शोध रिपोर्ट प्रकाशित की है, उनमें से अधिकांश में अमेरिकी फर्में शामिल हैं। निकोला, SCWORX, Genius Brand, Ideanomic, Wins Finance, Genius Brands, SC Wrox, HF Food, Bloom Energy, Aphria, Riot Blockchain, Opko Health कुछ ऐसी बड़ी कंपनियां हैं जो शॉर्ट सेलर फर्म से बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। पर्सिंग गोल्ड, आरडी लीगल, ट्विटर इंक जैसी कंपनियां शामिल हैं।