Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी (Congress Leader Rahul Gandhi) ने रविवार को पार्टी के चुनाव चिन्ह ‘पंजे’ का मतलब बताया।
राहुल गांधी ने पंजे का इशारा करते हुए कहा, “आपने ये मुद्रा देखी होगी और शिव जी की फोटो में भी यह मुद्रा देखी होगी। यह क्या है? आप कहेंगे ये आशीर्वाद है। ये अभय मुद्रा है। ये तपस्या का सिग्नल है। अपना काम करो, तपस्या करो और डरो मत। इसीलिए तो कांग्रेस का ये सिंबल है। मैंने रिसर्च किया है।”
तपस्या और भय के बीच गहरा संबंध है – राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा, यह सिंबल कहां से आया, कैसे आया? आपने गुरु नानक की फोटो देखी है, यह वहाँ भी है। बुद्ध का फोटो देखा है, यह वहाँ भी है। महावीर जी के फोटो में अभयमुद्रा भी है; तपस्या, डर में बहुत गहरा लिंक है।।
कुरुक्षेत्र में मीडिया को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि, भारत जोड़ो यात्रा को हर जगह जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है।
शिव जी, गुरुनानक देव जी और भगवान बुद्ध का हाथ 'अभय मुद्रा' में है।
'अभय मुद्रा' का अर्थ है- डरो मत।
'अभय मुद्रा' तपस्या का प्रतीक है।
यही कांग्रेस के निशान 'हाथ' के पीछे का मतलब है।
: @RahulGandhi जी pic.twitter.com/fKdmvUZjq0
— Congress (@INCIndia) January 8, 2023
उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा भय, घृणा, महंगाई, बेरोजगारी के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि उत्तरी राज्यों में आने वाले चुनावों में हम बहुत अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
राहुल गांधी ने कहा कि साउथ के मुकाबले उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा में हमें वाकई अच्छा रिस्पॉन्स मिला है। उन्होंने किसानों के मुद्दों पर भी भाजपा को घेरा और कहा कि देश में ईंधन की कीमतों, निर्यात नीति, बीमा और उर्वरक कीमतों के माध्यम से किसानों पर हर तरफ से हमला किया जा रहा है।
अभी हरियाणा में है यात्रा
वर्तमान में हरियाणा से गुजरने वाली भारत जोड़ो यात्रा के 20 जनवरी के आसपास पंजाब और हिमाचल प्रदेश के रास्ते जम्मू क्षेत्र में प्रवेश करने की उम्मीद है।
कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन और पंजाब सरकार के साथ सुरक्षा-संवेदनशील क्षेत्रों में प्रवेश करने से पहले पूर्ण सुरक्षा प्रदान करने के लिए चर्चा की है।
आपको बता दें कि कुछ महीने पहले कांग्रेस छोड़कर गुलाम नबी आजाद के साथ गए राहुल गांधी की मौजूदगी में जम्मू-कश्मीर में कई नेता कांग्रेस में शामिल होंगे।