रायपुर न्यूज : मध्य प्रदेश के छतरपुर में बागेश्वर धाम है। इसके पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) को बागेश्वर वाले बाबा, बागेश्वर धाम सरकार, बागेश्वर महाराज जैसे नामों से जाना जाता है।
उनके बारे में दावा है कि वह बिना कुछ कहे लोगों के मन की बात जान लेते हैं। इन दिनों वह विवादों में घिरे हुए हैं। बागेश्वर महाराज पर अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगाया गया है। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने इन आरोपों का जवाब दिया है।
अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगाया
बागेश्वर धाम सरकार ने महाराष्ट्र की अखिल भारतीय अंधविश्वास निर्मूलन समिति द्वारा लगाए गए अंधविश्वास फैलाने के आरोप और छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आरोपितों द्वारा दी गई चुनौती को स्वीकार कर लिया है।
उन्होंने अखिल भारतीय अंधविश्वास निर्मूलन समिति के उपाध्यक्ष श्याम मानव व अपने लोगों को रायपुर बुलाया है और कहा है कि यहां आने का टिकट वे खुद देंगे. लेकिन समिति के उपाध्यक्ष श्याम मानव इस बात को नहीं मानते। उनका कहना है कि यह चैलेंज नागपुर में 10 लोगों के बीच ही पूरा होगा।
बागेश्वरधाम सरकार इसे ईश्वर की कृपा मानते है
लोगों का मानना है कि वह बागेश्वर महाराज के सामने जाते ही लोगों के मन की बात जान जाते हैं और उनकी समस्याओं का समाधान भी कर देते हैं। लोग उन्हें चमत्कारी शक्ति से परिपूर्ण मानते हैं जबकि वे स्वयं इसे ईश्वर का वरदान और हनुमान जी की कृपा मानते हैं।
विशेषज्ञों की नजर में दूसरों के मन की बात जानना एक कला है। हमारे सोचने के दौरान चेहरे पर ऐसे भाव आ जाते हैं जिन्हें कुछ लोग किताब की तरह पढ़ सकते हैं। ऐसे लोगों को माइंड रीडर या मेंटलिस्ट कहा जाता है। हिप्नोटिज्म या सम्मोहन शक्ति के द्वारा भी लोग मन को जानने में सफल हो जाते हैं। देश और दुनिया में ऐसे कई लोग हैं।
बागेश्वर सरकार की कीर्ति बढ़ती जा रही है
बागेश्वर बाबा की ख्याति दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। उसके पास लोगों की भीड़ जमा हो रही है। उनका कहना है कि वह किसी को आमंत्रित नहीं करते, बल्कि लोग खुद उनके पास आते हैं। बागेश्वर महाराज अपने बयानों को लेकर भी चर्चा में रहते हैं। वह हिंदुओं को जगाने की बात करते हैं और अक्सर धर्मांतरण के खिलाफ बयान देते हैं।