Anupamaa 5th May : माया की माया आज के एपिसोड में टीवी सीरियल ‘अनुपमा’ में नजर आएंगी. दरअसल, अनुज अनुपमा से मिलने की पूरी तैयारी करेगा। वह अनुपमा को अपने आने की सूचना देने के लिए मैसेज भी करेंगे।
अनुपमा और उनका पूरा परिवार अनुज के स्वागत की तैयारी करेगा। लेकिन माया अनुज को अपने जाल में फंसा लेगी। पढ़िए आज टेलीकास्ट होने वाले एपिसोड का लिखित अपडेट।
कांताबेन अनुपमा को संभालेंगी
पिछले एपिसोड में दिखाया गया था कि अनुपमा भैरवी के पिता के निधन के बाद टूट जाती हैं। उसे अपने पिता की याद आने लगती है। आज का एपिसोड वहीं से शुरू होगा। कांताबेन अनुपमा को समझाएंगी। वह कहेगी कि ‘जिंदगी एक हाथ से लेती है तो दूसरे हाथ से देती भी है।
पुराने रिश्ते टूटते हैं तो नए रिश्ते भी बनते हैं। जैसे- तेरी छोटी और तेरा रिश्ता’। नन्हे का नाम सुनते ही अनुपमा के चेहरे पर मुस्कान आ जाएगी। वह कहेगी कि वह छोटी को बहुत मिस कर रही है। तब कांताबेन कहती थीं कि ‘कठिन समय सिर्फ रुलाता नहीं है’। वह कुछ सिखाना भी जानता है। शायद भगवान हमें कुछ सिखाना चाहते हैं।’
वनराज पाखी के लिए होगा चिंतित
एक तरफ अनुपमा भैरवी की वजह से परेशान होंगी। दूसरी ओर, वनराज पाखी के बारे में सोच कर चिंतित हो जाएगा। ज्यादा पर गुस्सा करेगा। काव्या वनराज की समस्या को समझेगी। वह कहेगी कि उसे भी ज्यादती का व्यवहार पसंद नहीं आया। लेकिन पति-पत्नी के बीच बात नहीं होनी चाहिए। इसलिए वह कुछ नहीं बोला।
इतना ही नहीं काव्या वनराज को मनाने की कोशिश करेगी। वह वनराज से कहेगी कि उसे पागलपन छोड़कर अपनी नई नौकरी पर ध्यान देना चाहिए। लेकिन काव्या की बातों को नजरअंदाज करते हुए वनराज अनुपमा के बारे में ही सोचने लगेगा। काव्या वहां इमोशनल हो जाएंगी।
अनुपमा भैरवी का साथ देंगी
आगे दिखाया जाएगा कि भैरवी अनुपमा के घर के बाहर सोएंगी। जब अनुपमा उसे घर के बाहर सड़क पर सोते हुए देखती है, तो वह उससे उसके चाचा और चाची के बारे में पूछती है। भैरवी बताएगी कि उसके चाचा-चाची उसे शंख बेचकर चले गए। रात को उसके पास सोने के लिए जगह नहीं थी इसलिए वह यहां आकर सो गई।
अनुपमा भैरवी को अंदर ले जाएगी। लेकिन, भैरवी सुबह अनुपमा के घर से चली जाएगी। वह अपने पिता की तरह ही सब्जी का ठेला लगाएगी। अनुपमा, भैरवी की हालत देखकर तय करेगी कि वह बड़ी होने तक भैरवी का साथ देगी।
माया का मायाजाल
दूसरी ओर, अनुज अपनी अनुपमा से मिलने के लिए पूरी तरह तैयार होगा। वह अनुपमा को मैसेज करेगा कि वह उसे लेने आ रहा है। पहले तो कांताबेन घबरा जाएंगी। लेकिन, फिर अनुज से बात करके वह संतुष्ट हो जाएगी। वह खुद अनुज के आने की तैयारी में लग जाएंगी।
जबकि पाखी, समर, किंजल, बापूजी और डिंपी भी अनुपमा के घर जाएंगे और अनुज के स्वागत की तैयारी करेंगे। हालांकि, माया एक बार फिर अनुपमा की खुशियां छीन लेगी। वह अनुज को एक कमरे में बंद कर देगी और उसे अनुपमा के पास नहीं जाने देगी।