6G in India: भारत में 5G सर्विस को लॉन्च हुए 6 महीने हो चुके हैं और 6G की तैयारी शुरू हो चुकी है। पीएम मोदी ने इस नेक्स्ट जेनरेशन टेक्नोलॉजी के लिए टेस्ट बेड लॉन्च किया है।
अक्टूबर 2022 में 5G सेवा शुरू होने के बाद से टेलीकॉम कंपनियों Jio और Airtel ने 400 से अधिक शहरों में 5G सेवा शुरू कर दी है।
पीएम मोदी ने नई दिल्ली में 6G को लेकर विजन डॉक्यूमेंट शेयर किया है और इसकी टेस्टिंग के लिए 6G टेस्ट बेड भी लॉन्च किया है। इसके अलावा पीएम मोदी ने इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेशन यूनियन के लिए इनोवेशन सेंटर और एरिया ऑफिस का भी उद्घाटन किया है।
भारत 5जी सेवा देने में सबसे तेज
रिसर्च एंड इनोवेशन सेंटर फॉर इंटरनेशनल टेलीकॉम यूनियन (ITU) को लॉन्च करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत में 5G सर्विस के 6 महीने बाद ही हम 6G की बात कर रहे हैं, यह भारत के मजबूत आत्मविश्वास को दिखाता है।
Speaking at inauguration of ITU Area Office & Innovation Centre in Delhi. Initiatives like 6G Test Bed & 'Call Before You Dig' app are also being launched. https://t.co/z6hRdeTPbB
— Narendra Modi (@narendramodi) March 22, 2023
6G विजन डॉक्यूमेंट के लॉन्च के मौके पर बोलते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि भारत को सबसे तेज 5G रोलआउट मिल रहा है। महज 120 दिनों में 125 शहरों में और 6 महीने के भीतर 350 शहरों में 5जी सेवा शुरू की जा चुकी है।
6G टेस्ट बेड लॉन्च
पीएम मोदी ने 6जी विजन डॉक्यूमेंट को आने वाले कुछ सालों में 6जी सेवा शुरू करने का आधार बताया है। इस विजन डॉक्यूमेंट के अलावा पीएम नरेंद्र मोदी ने 6G टेस्ट बेड भी लॉन्च किया है।
पीएम ने कहा कि यह टेस्ट बेड भारत के डिजिटल इंडिया मिशन को और ताकत देगा. भारत में दूरसंचार तकनीक न केवल मौजूदा डिजिटल तकनीक को मजबूत करेगी, बल्कि यह देश के कोने-कोने में भी पहुंच चुकी है।
100 नई 5G लैब स्थापित की जाएंगी
इसके अलावा पीएम ने कहा कि भारत की तकनीक दुनिया का ध्यान खींच रही है. अब तक हम प्रौद्योगिकी के उपयोगकर्ता थे, लेकिन अब हम प्रौद्योगिकी खोजकर्ता बन गए हैं।
आने वाले समय में 100 नई 5जी लैब स्थापित की जाएंगी। यह हर उपयोग के लिए 5G एप्लिकेशन विकसित करने में मदद करेगा। यह दशक भारत का है, टेकाडे, जहां सुरक्षित, विश्वसनीय और खुला नेटवर्क मिलेगा।
ऑप्टिकल फाइबर 2 लाख गांवों तक पहुंचा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2014 से पहले जहां भारत में सिर्फ छह करोड़ स्मार्टफोन यूजर्स थे, वहीं अब यह बढ़कर 80 करोड़ से ज्यादा हो गया है. वहीं, इंटरनेट यूजर्स की संख्या भी 25 करोड़ से बढ़कर 85 करोड़ से ज्यादा हो गई है।
भारत के डिजिटल मिशन पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 9 साल में सरकारी और निजी टेलीकॉम कंपनियों ने देश में 25 लाख किलोमीटर रूट ऑप्टिकल फाइबर का नेटवर्क बिछाया है।
2 लाख से अधिक ग्राम पंचायतों को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा जा चुका है। इसके अलावा 5 लाख कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) के जरिए लोगों को डिजिटल सेवाएं मुहैया कराई जा रही हैं।
भारत के पास दो प्रमुख शक्तियाँ
पीएम मोदी ने आगे कहा कि भारत की दो बड़ी ताकतें हैं- भरोसा और पैमाना. यदि ये दोनों शक्तियाँ न हों तो हम कोने-कोने तक नहीं पहुँच सकते। इसके अलावा पीएम ने कहा कि आज पूरी दुनिया में भारत की चर्चा होती है। हम दुनिया के सबसे जुड़े हुए लोकतंत्र हैं।
डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा मिला
पीएम मोदी ने कहा, ‘हर महीने 800 करोड़ से ज्यादा का डिजिटल पेमेंट हो रहा है. जबकि हर गिनती 7 करोड़ से ज्यादा ई-ऑथेंटिकेशन की है। जहां 28 लाख करोड़ से ज्यादा डीबीटी के जरिए ट्रांसफर किए गए हैं। इसके अलावा अमेरिका की कुल आबादी से ज्यादा जन धन खाते खोले गए।
पीएम मोदी ने आगे कहा, भारत में टेक्नोलॉजी मोड ऑफ पावर नहीं बल्कि मिशन टू एम्पॉवर है। 2014 से पहले 6 करोड़ ब्रॉडबैंड यूजर्स थे, लेकिन आज के समय में 80 करोड़ से ज्यादा यूजर्स हो गए हैं। वहीं, 85 करोड़ से ज्यादा इंटरनेट यूजर्स जुड़ चुके हैं।
यहां तक कि गांव भी शहरों से ज्यादा इंटरनेट यूजर्स बन गए हैं। जहां 25 लाख किलोमीटर तक ऑप्टिकल फाइबर बिछाया जा चुका है और 2 लाख से ज्यादा गांव इससे जुड़ चुके हैं. हमारी डिजिटल अर्थव्यवस्था नियमित अर्थव्यवस्था की तुलना में 2.5 गुना तेजी से बढ़ रही है।