UP Crime News | जिसे दिव्या बांधती थी राखी, उसी ने किया तलवार से हमला, गाजियाबाद पुलिस ने मुठभेड़ के बाद पकड़ा

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UP Crime News | उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में 16 साल की लड़की पर तलवार से हमला कर जान से मारने की कोशिश की गई। आरोपी की पहचान शौकीन के रूप में हुई है। पीड़िता उसे अपना भाई मानकर राखी बांधती थी। पुलिस जब शौकीन को गिरफ्तार कर इलाज के लिए ले जा रही थी तो उसने पिस्तौल छीनकर भागने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस ने मुठभेड़ में उसे पकड़ लिया, उसके पैर में गोली लगी थी। आरोपी दूसरे समुदाय का होने के कारण इलाके में तनाव है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामला गाजियाबाद के मोदीनगर इलाके की जगतपुरी कॉलोनी का है। यहां रहने वाले संजय उपाध्याय की बेटी दिव्या उपाध्याय 9वीं क्लास में पढ़ती है। रोजाना की तरह गुरुवार (5 अक्टूबर 2023) की शाम वह अपने घर के पास रहने वाले टीचर के पास ट्यूशन पढ़ने जा रही थी. इसी दौरान 35 वर्षीय शौकीन ने पीछे से आकर उस पर तलवार से गंभीर हमला कर दिया।

मौके पर मौजूद लोगों ने ईंट-पत्थरों से हमला कर दिया और पीड़िता को बचाया. आसपास के लोगों ने उसे पकड़ लिया और उसकी पिटाई कर दी. इसी बीच पुलिस को सूचना दे दी गयी और उसे सौंप दिया गया. तलवार के इस हमले में दिव्या बुरी तरह घायल हो गई हैं। उसके शरीर पर 9 जगह हमले के निशान हैं। सिर, गर्दन और हाथ पर गंभीर घाव और कोहनी में फ्रैक्चर था।

पीड़िता के पिता संजय उपाध्याय और शौकीन अच्छे दोस्त हैं। दोनों के घर एक-दूसरे के आमने-सामने हैं. संजय और शौकीन साथ में पेंटिंग का काम भी करते हैं। शौकीन की पत्नी उससे अलग रहती है। संजय के परिवार वालों का कहना है कि अकेले रहने के कारण वह अक्सर उनके यहां खाना खाता था।

परिजनों का कहना है कि दिव्या रक्षाबंधन पर शौकीन को राखी बांधती थी और उसे अपना भाई मानती थी, लेकिन शौकीन ऐसा अंजाम देगा, किसी ने नहीं सोचा था। पीड़िता के पिता संजय का कहना है कि कुछ दिन पहले दिव्या के स्कूल की एक लड़की किसी के साथ भाग गई थी. इसके चलते शौकीन ने दिव्या को स्कूल जाने से भी रोकना शुरू कर दिया।

परिवार को लगता था कि उनकी बेटी उसे अपना भाई मानती है, इसलिए वह ये सब कर रहा है। वह उसे अकेले कोचिंग भी नहीं जाने देता था। शौकीन ने संजय से बात करके दिव्या का स्कूल भी बदलवा दिया। वह दिव्या को हर बात में टोकता था, लेकिन परिवार वाले शौकीन की मंशा नहीं समझ सके। पीड़िता के एक परिजन का कहना है कि शौकीन को मौत की सजा दी जानी चाहिए। अगर पुलिस सजा नहीं दे सकती तो शौकीन को उनके हवाले कर देना चाहिए।

वह न्याय करेगा, इसके बदले में जो भी सजा मिलेगी, वे भुगतने को तैयार हैं। आपको बता दें कि शौकीन को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस उसे मेडिकल के लिए अस्पताल ले जा रही थी। इस दौरान उसने पुलिस से बंदूक छीनकर भागने की कोशिश की। फिर वह एक पेड़ के पीछे छिप गया और गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग की और उसके दाहिने पैर में गोली लग गयी। इसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ लिया।