यूनिलीवर करेगा छंटनी, करीब 7500 कर्मचारियों की नौकरी खतरे में, आइसक्रीम कारोबार भी होगा अलग

Unilever will lay off, jobs of about 7500 employees are in danger, ice cream business will also be separated.

Unilever | ब्रिटिश बहुराष्ट्रीय कंपनी यूनिलीवर ने अपनी लागत में कटौती के लिए एक नया कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की है। यूनिलीवर ने कहा कि इस कार्यक्रम के कारण वैश्विक स्तर पर कंपनी के लगभग 7,500 कर्मचारियों को अपनी नौकरी गंवानी पड़ सकती है। यूनिलीवर ने अपनी आइसक्रीम यूनिट को अलग कर एक नई कंपनी बनाने की भी घोषणा की।

यूनिलीवर मैग्नम और बेन एंड जेरी जैसे लोकप्रिय आइसक्रीम ब्रांड बनाती है। लंदन स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कंपनी ने कहा कि आइसक्रीम कारोबार का पृथक्करण तुरंत शुरू हो जाएगा और 2025 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है। यूनिलीवर ने एक बयान में कहा कि कंपनी को उम्मीद है कि डीमर्जर से उसे मध्य-एकल अंक की बिक्री वृद्धि और मार्जिन में मामूली सुधार हासिल करने में मदद मिलेगी। यूनिलीवर ने कहा कि विलय के बाद यह एक “सरल और अधिक केंद्रित कंपनी” बन जाएगी।

यूनिलीवर ने बयान में आगे कहा कि उसने अगले तीन वर्षों में लगभग 800 मिलियन यूरो (869 मिलियन डॉलर) की कुल लागत बचत हासिल करने के लिए एक कार्यक्रम शुरू किया है। इस कार्यक्रम से वैश्विक स्तर पर कंपनी के लगभग 7,500 पदों पर प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। यह यूनिलीवर के कुल कार्यबल का लगभग 1.2% होगा।

इस बीच, यूनिलीवर की भारतीय इकाई, हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड के शेयर एनएसई पर 2 प्रतिशत से अधिक गिरकर 2,253.15 रुपये पर कारोबार कर रहे थे। पिछले एक महीने में कंपनी के शेयरों में 5.66 फीसदी की गिरावट आई है. वहीं, पिछले 6 महीने में इसके शेयरों की कीमत में 8.75 फीसदी की गिरावट आई है। जबकि पिछले एक साल में कंपनी के शेयरों में करीब 10.34 फीसदी की गिरावट आई है।

चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) का शुद्ध लाभ सपाट रहा। दिसंबर तिमाही में इसका स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट 2,519 करोड़ रुपये रहा। यह एक साल पहले इसी तिमाही के 2,505 करोड़ रुपये के शुद्ध लाभ से महज 0.55 फीसदी ज्यादा है।

वहीं तिमाही आधार पर इसके मुनाफे में 7.28 फीसदी की गिरावट आई है क्योंकि सितंबर तिमाही में इसने 2,717 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था। दिसंबर तिमाही में कंपनी का कुल राजस्व मामूली 0.38 फीसदी घटकर 14,928 करोड़ रुपये रह गया, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 14,986 करोड़ रुपये था।