नई दिल्ली : विदेश मंत्री एस जयशंकर (Foreign Minister Jaishankar) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना एक क्रिकेट टीम के कप्तान से की है और केंद्र सरकार के काम करने के तरीके की तुलना एक क्रिकेट टीम से की है। उन्होंने पीएम मोदी को कैप्टन कहा है।
जयशंकर ने कहा कि नेट प्रैक्टिस सुबह छह बजे से ही शुरू हो जाती है, जो देर रात तक चलती है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने अपने ‘गेंदबाजों’ (यानी कैबिनेट) से विकेट की उम्मीद करते हुए एक निश्चित मात्रा में आजादी दी है।
पीएम मोदी की काबिलियत से हर कोई वाकिफ है
विदेश मंत्री ने कहा कि पीएम मोदी की कड़े फैसले लेने की क्षमता तब भी दिखी जब भारत ने कोविड के प्रकोप के बाद लॉकडाउन की घोषणा की, टीकों के उत्पादन में तेजी लाई, टीकाकरण कार्यक्रम शुरू करने और टीकों की जरूरत वाले देशों की मदद करने का फैसला किया था।
रायसीना डायलॉग में बोले विदेश मंत्री
ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री टॉनी ब्लेयर और इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर केविन पीटरसन के साथ रायसीना संवाद में जयशंकर ने कहा, कप्तान मोदी के साथ नेट अभ्यास काफी है। नेट अभ्यास सुबह छह बजे शुरू होता है और लंबे समय तक चलता है।
विदेश मंत्री ने कहा कि कैप्टन मोदी ने भी अपने सहयोगियों को एक हद तक छूट दी है और किसी विशेष स्थिति से निपटने के लिए उन पर भरोसा करते हैं।
यदि आपके पास एक विशेष गेंदबाज है जिस पर आप भरोसा करते हैं, तो आप उसे ब्रेक देंगे, आप उसे सही समय पर गेंदबाजी करने के लिए कहेंगे क्योंकि आप किसी विशेष स्थिति से निपटने के लिए उस पर भरोसा करते हैं।
पीएम मोदी के ऐतिहासिक फैसले
विदेश मंत्री ने कहा कि तीन साल पहले जब कोविड महामारी फैली थी, तब प्रधानमंत्री ने कड़े फैसले लिए थे। उन्होंने कहा, अगर हम सब तीन साल पीछे देखें तो लॉकडाउन का फैसला बहुत मुश्किल फैसला था. अगर हमने वह फैसला न लिया होता तो आज की स्थिति कुछ और होती।