चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने संदेह जताया है कि मेवात के नूह में हिंदुओं की जलाभिषेक यात्रा पर हमले के पीछे बड़ी साजिश है। पीड़ित जो बता रहे हैं उससे यह भी पता चलता है कि हमला अचानक नहीं हुआ था। इसकी पूरी तैयारी की गयी थी। मुस्लिम भीड़ हिंदुओं का इंतजार कर रही थी। उन्होंने हिंदुओं को रात तक मंदिर में बंधक बनाकर मारने की योजना बनाई, एक प्रत्यक्षदर्शी ने पूरी कहानी और सच्कचाई बताई है।
उन्होंने कहा कि जामा यात्रा नल्हड़ महादेव मंदिर पहुंचने का इंतजार कर रही थी और फिर आधे लोग फिरोजपुर झिरका जा रहे थे। जब कुछ हिंदू उस ओर बढ़े तो मुसलमानों ने गाड़ियों पर पथराव और फायरिंग शुरू कर दी। दर्शन के बाद हम फ़िरोज़पुर ज़िरका की ओर चल पड़े।
तभी मुझे वहां पथराव की सूचना मिली, वहां पहुंचते ही गाड़ियों पर फायरिंग और पथराव देखा गया. हमारे कुछ साथी घायल हो गये। जब हम घायलों की देखभाल कर रहे थे, तभी 50-60 लोगों की भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। हमारे पास कुछ नहीं था इसलिए कुछ नहीं कर सके।
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उन्होंने आगे कहा कि पथराव के तुरंत बाद भारी गोलीबारी शुरू हो गई। 1-2 राउंड नहीं बल्कि 200-250 राउंड फायरिंग हुई। यह स्पष्ट नहीं हो सका कि गोलीबारी कहां से हुई। लेकिन हम पूरी तरह बेनकाब हो गए। वे जैसे चाहें वैसे मार रहे थे। मुझे नहीं पता कि मेरे सामने कितने लोगों को गोली मारी गयी है। वहां मौजूद पुलिसकर्मी हमें छोड़कर भाग गए थे।
उन्होंने कहा कि उनका मकसद हिंदुओं को रात भर मंदिर में रोकना था। नरहड़ महादेव मंदिर में महिलाएं, बच्चे, बूढ़े डरे सहमे बैठे थे। इसके बाद पुलिस ने हमें सुरक्षित बाहर निकाला। जब हम अपने घर की ओर बढ़ रहे थे तब भी पथराव किया गया। उनकी तैयारी को देखकर ऐसा नहीं लग रहा कि अचानक हिंसा हुई हो। उसकी तैयारी पहले से ही चल रही थी। 16-16 साल के लड़के घुटनों के बल बैठ कर शूटिंग कर रहे थे।