Rahul Gandhi Falsely Claimed | राहुल गांधी ने झूठा दावा किया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रित नहीं किया गया था, जबकि राष्ट्रपति मुर्मू को राम मंदिर ट्रस्ट का प्रतिनिधित्व करने वाले एक प्रतिनिधिमंडल ने अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए औपचारिक रूप से आमंत्रित किया था। को बुला लिया था। राहुल गांधी ने शनिवार (13 अप्रैल, 2024) को दावा किया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रित नहीं किया गया क्योंकि वह अनुसूचित जनजाति से थीं।
छत्तीसगढ़ के बस्तर में रैली के दौरान राहुल गांधी ने अपने भाषण के 34.50 मिनट पर दावा किया कि राम मंदिर का उद्घाटन हुआ, भारत की राष्ट्रपति आदिवासी हैं – उनसे कहा गया कि वह राम मंदिर के उद्घाटन में नहीं आ सकतीं, उन्हें मना कर दिया। राष्ट्रपति को समारोह में आने से मना कर दिया, क्यों? क्योंकि वह आदिवासी थी। केवल इसी कारण से मोदी जी ने देश को यह संदेश दिया कि हम राम मंदिर के उद्घाटन में आदिवासियों को शामिल नहीं होने देंगे।
आज भारत की महामहिम राष्ट्रपति आदरणीया श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को 22 जनवरी को श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण सौंपा। उन्होंने इस पर अत्यंत हर्ष व्यक्त किया तथा कहा कि अयोध्या आने व दर्शन करने का शीघ्र समय तय करेंगी।
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल… pic.twitter.com/ceO6Gwuvbc— विनोद बंसल Vinod Bansal (@vinod_bansal) January 12, 2024
राहुल गांधी ने न सिर्फ बेशर्मी से राष्ट्रपति को लेकर झूठे दावे किए, बल्कि थेथराई पर उतरते हुए उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश भी दे दिया। सच्चाई यह है कि राष्ट्रपति मुर्मू को राम मंदिर ट्रस्ट का प्रतिनिधित्व करने वाले एक प्रतिनिधिमंडल ने अयोध्या में प्रतिष्ठा समारोह में भेजा था। शामिल होने के लिए औपचारिक रूप से आमंत्रित किया गया था। इस साल 12 जनवरी को विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेता राम लाल और राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा के एक प्रतिनिधिमंडल ने निमंत्रण दिया था।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने अयोध्या धाम में श्री राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की पूर्व संध्या पर प्रधानमंत्री श्री @narendramodi को पत्र भेजा। pic.twitter.com/pBrcLIbASa
— President of India (@rashtrapatibhvn) January 21, 2024
हालांकि, राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा था कि वह जल्द ही अयोध्या आने का समय तय करेंगी। उन्होंने 21 जनवरी को राष्ट्रपति द्वारा राम मंदिर उद्घाटन समारोह की सराहना की थी और मंदिर के निर्माण के लिए प्रधानमंत्री को अपनी हार्दिक शुभकामनाएं भी भेजी थीं। उन्होंने एक्स पर लेटर भी शेयर किया था।
राम मंदिर के उद्घाटन से पहले अपने संबोधन में पीएम मोदी द्वारा किए गए ‘मां शबरी’ के जिक्र की राष्ट्रपति ने भी सराहना की थी। एक तरफ राहुल गांधी राष्ट्रपति को न बुलाने का झूठा दावा कर रहे हैं, लेकिन दूसरी तरफ प्रधानमंत्री का नाम लेकर समाज में नफरत भी फैला रहे हैं। ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि क्या चुनाव आयोग इस मामले पर स्वत: संज्ञान लेता है या कोई कार्रवाई करता है या नहीं।