Chandra Grahan Time Live | चंद्र ग्रहण आज रात इस समय शुरू होगा, यह ग्रहण पूरे भारत में दिखाई देगा

time of lunar eclipse today

Chandra Grahan on Sharad Purnima Today, Sutak Kaal Kab Hai Live: आज रात देश-दुनिया में साल 2023 का आखिरी ग्रहण दिखाई देगा। यह आंशिक चंद्रग्रहण होगा. इस चंद्र ग्रहण को भारत में कई जगहों पर देखा जा सकेगा. ग्रहण भारत में दिखाई देगा, इसलिए सूतक काल मान्य होगा। शाम 4 बजे से सूतक जारी है। चंद्र ग्रहण आधी रात के बाद 1:05 बजे शुरू होगा और 2:24 बजे तक रहेगा। यह ग्रहण अश्विनी नक्षत्र और मेष राशि पर घटित होगा।

चंद्र ग्रहण कैसे होता है?

वैदिक ज्योतिष के अनुसार जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी की युति होती है तो उसे ग्रहण कहा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार समय-समय पर पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण और अमावस्या के दिन सूर्य ग्रहण लगता है। वहीं विज्ञान की दृष्टि से ग्रहण एक खगोलीय घटना है। जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीधी रेखा में आते हैं तो पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती है। इसे चंद्र ग्रहण कहा जाता है.

आज चंद्र ग्रहण का समय

साल के आखिरी चंद्र ग्रहण का सूतक काल जारी है. अब चंद घंटों बाद चंद्र ग्रहण शुरू हो जाएगा. इस चंद्र ग्रहण को देश के हर जगह पर देखा जा सकेगा. आज रात 01:05 बजे से ग्रहण आंशिक रूप से शुरू हो जाएगा. मध्य काल रात्रि 1:44 बजे होगा और ग्रहण 2:24 बजे समाप्त होगा। इस प्रकार का ग्रहण करीब 1 घंटा 19 मिनट तक रहेगा।

शरद पूर्णिमा पर ग्रहण का साया और मान्यताएं

ग्रहण के कारण आज शरद पूर्णिमा नहीं मनाई जा सकेगी क्योंकि शरद पूर्णिमा पर ग्रहण का साया रहेगा। ग्रहण के कारण रात में खीर नहीं बनाई जा सकती और न ही उसे खुले आसमान के नीचे रखा जा सकता है. ग्रहण के बाद खीर रखी जा सकती है. ऐसा माना जाता है कि शरद पूर्णिमा पर देवी लक्ष्मी पृथ्वी पर भ्रमण करती हैं। शरद पूर्णिमा की रात को भगवान श्री कृष्ण महारास करते हैं और शरद पूर्णिमा की रात को खीर रखने की परंपरा है।

चंद्र ग्रहण 2023 सूतक काल: सूतक काल क्या है?

आज रात कुछ ही घंटों बाद साल 2023 का आखिरी ग्रहण लगने जा रहा है. यह आंशिक चंद्र ग्रहण होगा जो आज रात करीब 01:06 बजे शुरू होगा और 2:24 बजे खत्म होगा. यह ग्रहण भारत में देखा जा सकेगा इसलिए इसका सूतक काल मान्य होगा। जब चंद्र ग्रहण लगता है तो ग्रहण शुरू होने से 9 घंटे पहले सूतक लग जाता है। सूतक काल आज शाम 4 बजे से शुरू हो गया है. सूतक काल को शुभ नहीं माना जाता है. सूतक शुरू होते ही मंदिरों के दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं और इस दौरान किसी भी तरह का कोई भी शुभ कार्य करना वर्जित होता है। सूतक काल के दौरान मंत्रों का जाप करना बहुत प्रभावशाली माना जाता है।