मीरा रोड की शेरनी ‘गीता जैन’ ने दिखाये तीखे तेवर, चला बुलडोज़र और गिरे दंगाईयो के अवैध निर्माण

गीता जैन

मुंबई: अयोध्या राम मंदिर में रामलला की प्रतिष्ठा से पहले मुंबई के मीरा रोड पर हिंसा (Mira Road Riots) सामने आई थी। 21 जनवरी की रात राम मंदिर जुलूस को एक समुदाय ने निशाना बनाया था। राम मंदिर जुलूस पर पथराव, हमला और तोड़फोड़ करने वालों पर प्रशासन ने बुलडोजर कार्रवाई शुरू कर दी है।

इस बीच यहां की विधायक गीता जैन की खूब चर्चा हो रही है। राम मंदिर जुलूस को निशाना बनाने और महिलाओं से मारपीट का मुद्दा सबसे पहले गीता जैन ने उठाया था, जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और बीजेपी नेता नीतीश राणे और तत्कालीन उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने इस घटना पर संज्ञान लिया।

‘दादागिरी’ बर्दाश्त नहीं करेंगे

5 जुलाई 1964 को मुंबई के अंधेरी में जन्मी गीता जैन मीरा रोड हिंसा मामले में एक ताकतवर विधायक बनकर उभरी हैं। 21 जनवरी की रात जब उपद्रवियों ने राम मंदिर जुलूस को निशाना बनाया तो वह सबसे पहले एक्शन में आईं। उन्होंने इलाके में हुई घटना और हिंसा की जानकारी अधिकारियों और सरकार से उठाई थी।

गीता जैन की मांग है कि मीरा रोड के नया नगर और शांति नगर समेत सभी इलाकों में पूरी सफाई होनी चाहिए. सभी अवैध निर्माण तोड़े जाएं। गीता जैन का कहना है कि इस इलाके में कुछ इलाके ऐसे हैं जहां जाने पर आधार कार्ड की मांग की जाती है।

लोकतंत्र का मतलब है कोई भी कहीं भी जा सकता है। उन्होंने कहा कि किसी खास समुदाय के खिलाफ धमकियां बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। गीता जैन ने इलाके के पुलिस कमिश्नर से पूरे मामले में सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा है।

नियम-कायदों से ऊपर कोई नहीं

गीता जैन का कहना है कि इस क्षेत्र में सभी को नियम-कानून का पालन करना होगा. ये मेरा क्षेत्र है और वो आपका क्षेत्र है. यह काम नहीं करेगा। अवैध निर्माण को गिराने की कार्रवाई मीरा भयंदर निगम ने ही की थी। गीता जैन ने कहा कि कार्रवाई पूरी होनी चाहिए।

ताक मीरा रोड हिंसा मामले में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से पहचान कर कुल 15 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है. इसमें वीडियो बनाकर धमकी देने वाला युवक भी शामिल है।

गीता जैन

पार्षद, मेयर और अब विधायक

गीता जैन मीरा रोड इलाके से विधायक हैं। उन्होंने 2019 का चुनाव मीरा भयंदर सीट से स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़कर जीता था। तब उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार नरेंद्र मेहता को 15 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था। गीता जैन 21 अक्टूबर 2020 को शिवसेना में शामिल हुईं।

इसके बाद गीता जैन बीजेपी में शामिल हो गईं। वह 31 जुलाई 2022 से बीजेपी के साथ हैं। गीता जैन इससे पहले तीन बार (2015 से अगस्त 2017 तक) इस क्षेत्र की मेयर रह चुकी हैं। इससे पहले वह कई बार पार्षद भी रह चुकी हैं।

2002 में पहली बार पार्षद बने

गीता जैन 2002 में पहली बार मीरा भयंदर नगर पालिका की पार्षद चुनी गईं। इसके बाद उन्होंने 2012 और फिर 2015 में जीत हासिल की। गीता जैन लंबे समय से राजनीति में हैं। अगस्त 1984 में उनकी शादी भरत जैन से हुई।

उन्होंने मुंबई के पीवीटी पॉलिटेक्निक कॉलेज से मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा के साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की। जैन तीन भाई-बहनों में बड़ी बहन थीं। उनके पिता जोगेश्वरी में एक खुदरा कपड़े की दुकान चलाते थे। एम.ए. हाई स्कूल, अंधेरी में अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद, उन्होंने अपनी माध्यमिक शिक्षा भवन्स कॉलेज, मुंबई से पूरी की।