Bill Gates : अमेरिकी अरबपति और माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स ने हाल ही में भारत का दौरा किया था. इस यात्रा के दौरान उन्होंने कई मंत्रियों, व्यापारियों से मुलाकात की थी. दौरे के दौरान उन्होंने पीएम मोदी से मुलाकात भी की थी. उन्होंने अब इस दौरे को लेकर एक ब्लॉग लिखा है, जिसमें उन्होंने भारत की प्रगति के बारे में बात की है. उन्होंने भारत की जमकर तारीफ की है।
बिल गेट्स ने क्या कहा
बिल गेट्स ने इस ब्लॉग में भारत में चल रही परियोजनाओं के बारे में विस्तार से लिखा है। अपने आधिकारिक ब्लॉग के लिए लिखते हुए बिल गेट्स ने कहा कि ऐसे समय में जब दुनिया इतनी चुनौतियों का सामना कर रही है, यह भारत जैसी गतिशील और रचनात्मक जगह की यात्रा करने के लिए प्रेरणादायक है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी मुलाकात का जिक्र करते हुए बिल गेट्स ने कहा, मेरी यात्रा का एक मुख्य आकर्षण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ शुक्रवार की बैठक थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मानना है कि Co-Win दुनिया के लिए रोल मॉडल है और मैं उनसे सहमत हूं।
प्रधान मंत्री के साथ बात करने से मुझे स्वास्थ्य, विकास और जलवायु में भारत की प्रगति के बारे में और भी आशावादी बना दिया है। यह देश दिखा रहा है कि जब हम नवप्रवर्तन में निवेश करते हैं तो क्या संभव है। मुझे आशा है कि भारत इस प्रगति को जारी रखेगा और अपने नवोन्मेषों को दुनिया के साथ साझा करना जारी रखेगा।
वैक्सीनेशन की तारीफ
बिल गेट्स ने स्वास्थ्य, विकास और जलवायु जैसे क्षेत्रों में भारत की प्रगति की सराहना की है। उन्होंने कहा कि देश दिखा रहा है कि जब नवाचार में निवेश किया जाता है तो क्या संभव है। गेट्स ने कहा- भारत के पास कई सुरक्षित, प्रभावी और किफायती टीकों के निर्माण की अद्भुत क्षमता है, जिनमें से कुछ गेट्स फाउंडेशन द्वारा समर्थित हैं। भारत में उत्पादित टीकों ने महामारी के दौरान लाखों लोगों की जान बचाई है और दुनिया भर में अन्य बीमारियों को रोका है।
सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली की सराहना
कोरोना के समय भारत में जिस तरह से टीके लगाए गए और दुनिया भर में टीके भेजे गए, उसके लिए गेट्स को भारत के प्रशंसक के रूप में देखा गया। उन्होंने कहा कि भारत नए जीवन रक्षक उपकरण बनाने के अलावा उनका वितरण करने में भी बेहतर तरीके से सक्षम है। भारत ने Co-WIN नामक एक ओपन-सोर्स प्लेटफॉर्म बनाया, जिससे लोगों के लिए टीकों के लिए शेड्यूल करना आसान हो गया। इससे वैक्सीन अपॉइंटमेंट आसान हो गया। जिन लोगों को टीका लगाया गया है, उनके लिए डिजिटल प्रमाण पत्र के वितरण में आसानी।