Bihar Anganwadi Workers Protest: बिहार में विधानसभा शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही हंगामा हो गया है। बड़ी संख्या में विधानसभा का घेराव करने पहुंचीं आंगनबाडी सहायिकाओं और सेविकाओं को हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया।
भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस वाटर कैनन से पानी की बौछार भी करती दिखी. सामने आए वीडियो में पुलिसकर्मी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को जबरन सड़क पर घसीटते नजर आ रहे हैं। पुलिस के बर्बरतापूर्ण व्यवहार के बाद आंगनबाडी कार्यकर्ताओं का गुस्सा बढ़ता दिख रहा है।
विरोध के बीच बेहोश हुई आंगनबाडी कार्यकर्ता
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रदर्शन के बीच एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता बेहोश हो गईं लेकिन इसके बाद भी पुलिस ने वॉटर कैनन का इस्तेमाल बंद नहीं किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए अपनी सख्त कार्रवाई जारी रखी।
#Bihar: आंगनबाड़ी सेविकाओं पर @BiharPoliceCGRC ने किया लाठी चार्ज#AnganwadiWorkersProtest pic.twitter.com/eJH3or7mIz
— sumit kumar (@eyeamsumit) November 7, 2023
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन पर राजद सांसद मनोज झा का बयान
पटना में बिहार सरकार के खिलाफ आंगनबाडी कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन पर राजद सांसद मनोज झा कहते हैं, ”लोकतंत्र में हर किसी को सरकार के सामने अपनी मांग रखने का अधिकार है और सरकार को उनकी मांगों पर ध्यान भी देना चाहिए। वर्तमान बिहार सरकार लोगों की मांगों को गंभीरता से लेती है और उन पर चर्चा करती है।”
क्या है आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की मांग?
प्रदर्शन कर रहे आंगनबाडी कार्यकर्ताओं का कहना है कि जब तक बिहार सरकार हमारी मांगें नहीं मान लेती तब तक हम अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे. आंगनबाडी सेविकाएं काफी दिनों से बिहार सरकार से अपना मानदेय बढ़ाने और सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने की मांग कर रही हैं।
कर्मियों ने कहा है कि सरकार से हमारी पांच मांगें हैं, जिनमें सरकारी कर्मचारी का दर्जा देना और मानदेय बढ़ाना प्रमुख है। उनका कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने भी हमें ग्रेच्युटी का लाभ और सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने का निर्देश दिया है। लेकिन बिहार सरकार इसका लाभ नहीं दे रही है।