Uddhav Faction Claims | उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) ने दावा किया है कि बहुत जल्द एकनाथ शिंदे की जगह एनसीपी नेता अजित पवार को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा।
रविवार को अजित पवार ने अपने समर्थक विधायकों के साथ सरकार का समर्थन किया, जिससे एनसीपी में आंतरिक फूट पड़ गई और उन्होंने खुद उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके अलावा एनसीपी के 8 नेताओं को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है।
शिवसेना (यूबीटी) के अखबार ‘सामना’ के संपादकीय में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में बीजेपी ने न सिर्फ महाराष्ट्र बल्कि देश की राजनीति को ‘गंदी’ कर दिया है।
संपादकीय के मुताबिक, ‘पवार वहां उपमुख्यमंत्री पद के लिए नहीं गए हैं। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और शिवसेना के बागी विधायकों को जल्द ही अयोग्य ठहराया जाएगा और अजित पवार को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा।
संपादकीय में पवार को शिंदे के लिए खतरा भी बताया गया
जब शिंदे और अन्य विधायकों ने पार्टी छोड़ी, तो उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर वित्त मंत्री अजीत पवार पर नियंत्रण नहीं रखने का आरोप लगाया, जिन्होंने फंड वितरण और कार्यों की मंजूरी की प्रक्रिया पर कड़ा नियंत्रण रखा था। अब ये लोग क्या करेंगे? शपथ ग्रहण समारोह के दौरान उनके (शिंदे गुट के सदस्यों) चेहरे के भाव से यह साफ हो गया है कि उनका भविष्य खतरे में है।
सामना संपादकीय में लिखा
सामना में आगे लिखा गया, जिन्हें सत्ता का घमंड है, उन्हें लगता है कि वे विपक्ष को खरीद सकते हैं। ऐसा करके वे लोकतंत्र को नियंत्रित कर रहे हैं। ये लोग मुंबई शहर सहित राज्य के 14 नगर निगमों में चुनाव कराने के लिए तैयार नहीं हैं।
देवेन्द्र फड़नवीस पर भी निशाना
संपादकीय में भाजपा नेता और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस पर भी निशाना साधा गया, जिन्होंने कहा था कि वह कभी भी राकांपा से हाथ नहीं मिलाएंगे। फड़णवीस ने एनसीपी को ‘भ्रष्टाचारियों की पार्टी’ कहा था।
लेख में लिखा गया, शपथ ग्रहण ने बीजेपी का असली चेहरा सबके सामने ला दिया है। संपादकीय में एनसीपी की गुटबाजी को हल्का झटका बताते हुए कहा गया है कि, एक साल पहले जो शिवसेना के साथ हुआ था, वही आज एनसीपी के साथ हो रहा है। जैसा कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा, कल एक नई सुबह होगी।