अतीक गैंग का खात्मा चाहता था आरोपी, यूपी में नाम कमाना चाहता था, एफआईआर में खुलासा

Atiq-Ashraf Murder

Atiq-Ashraf Murder : प्रयागराज पुलिस ने अतीक और अशरफ हत्याकांड में प्राथमिकी दर्ज की है। तीनों आरोपियों लवलेश, अरुण और मोहित उर्फ सनी के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 और 307 के तहत मामला दर्ज किया गया है। प्राथमिकी के मुताबिक तीनों आरोपियों ने राज्य में अपना नाम कमाने के लिए इस घटना को अंजाम दिया था।

पुलिस पूछताछ में पता चला है कि तीनों आरोपी माफिया सरगना अतीक अहमद और अशरफ गिरोह का सफाया करना चाहते थे ताकि भविष्य में राज्य में उनका नाम रोशन हो सके।

प्राथमिकी के मुताबिक आरोपी ने बताया कि हम पुलिस की घेराबंदी का अनुमान नहीं लगा सके और हत्या कर भाग नहीं सके, क्योंकि पुलिस की त्वरित कार्रवाई से हम पकड़े गए।

आरोपी ने आगे कहा, हम अतीक और अशरफ को मारने के लिए पत्रकार बनकर प्रयागराज आए थे। लेकिन सही समय और अवसर नहीं मिल पाया। लेकिन आज मौका मिला तो हमने घटना को अंजाम दिया।

प्रयागराज में अतीक अहमद और अशरफ की हत्या करने वाले तीनों आरोपियों का आपराधिक इतिहास रहा है. इस हत्याकांड में शामिल मोहित उर्फ सनी हमीरपुर, अरुण उर्फ कालिया कासगंज और लवलेश तिवारी बांदा जिले के रहने वाले हैं।

बता दें कि 15 अप्रैल (शनिवार) की रात करीब साढ़े दस बजे अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

घटना उस समय हुई जब दोनों आरोपियों को प्रयागराज के कोल्विन अस्पताल ले जाया जा रहा था। हालांकि पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए तीनों हमलावरों को तुरंत गिरफ्तार कर लिया।