गोमूत्र से नहीं मिली देश को आजादी : उद्धव ठाकरे की हिंदू विरोधी राजनीती

Former Maharashtra Chief Minister Uddhav Thackeray

Former Maharashtra Chief Minister Uddhav Thackeray | महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उदधव ठाकरे ने चुनाव आयोग के बारे में विवादास्पद टिप्पणी की है। उन्होंने कहा है कि चुनाव आयोग एक ‘चूना लगाओ आयोग’ है और सत्ता में बैठे लोगों का गुलाम है। इतना ही नहीं, उन्होंने कहा है कि देश को गोमूत्र का छिड़काव करके स्वतंत्रता नहीं मिली। बल्कि, स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान ने स्वतंत्रता दिलाई है। उन्होंने रविवार (5 मार्च 2023) को यह बयान दिया।

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, महाराष्ट्र के रत्नागिरी के खेड गांव में आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए, उद्धव ठाकरे चुनाव आयोग पर हमला बोला। उन्होंने कहा है, चुनाव आयोग एक ‘चुना लगाओ आयोग’ है और सत्ता में लोगों का गुलाम है।

जिस सिद्धांत पर चुनाव आयोग ने यह निर्णय लिया, वह गलत है। चुनाव आयोग ने हमसे पार्टी का नाम और चुनावी प्रतीक छीन लिया है, लेकिन यह मुझसे शिवसेना- शिवसैनिक को छीन नहीं सकता है।

उद्धव ठाकरे ने भी कहा, शिवसेना की स्थापना चुनाव आयोग के पिता द्वारा नहीं, बल्कि मेरे पिता द्वारा की गई थी। महाराष्ट्र मेरा परिवार है। वे इसका ध्यान कैसे रखेंगे? मुझे आप सभी की जरूरत है।

मैं देशद्रोहियों को बताना चाहता हूं कि आप नाम चुरा सकते हैं, निशान चुरा सकते हैं लेकिन शिवसेना चोरी नहीं कर सकती। मैं विशेष रूप से चुनाव आयोग से कहना चाहता हूं, अगर चुनाव आयोग मोतियाबिंद से पीड़ित नहीं है, तो उसे यहाँ आना चाहिए और जमीनी स्थिति देखना चाहिए।

उन्होंने आगे कहा कि, उन्हें तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। यह मराठी माणूस और हिंदुत्व को तोड़ने की साजिश है, न कि शिवसेना को। जिन्हें गली का कुत्ता नहीं पूछता था, आज वह उन्हें तोड़ने की योजना बना रहा है। वह चुनाव आयोग के फैसले को स्वीकार नहीं करते है। वह चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।

उन्होंने आगे कहा, सरदार पटेल ने आरएसएस पर प्रतिबंध लगा दिया, उन्होंने सरदार पटेल का नाम चुरा लिया। इसी तरह, उन्होंने सुभश चंद्र बोस चुराया और बाला साहब ठाकरे के साथ भी ऐसा ही किया। मैं उन्हें मोदी के नाम पर वोट मांगने के लिए चुनौती देता हूं, न कि शिवसेना का नाम और बाला साहेब ठाकरे की तस्वीर दिखा कर वोट मांगे।

उद्धव ठाकरे ने ये भी कहा, सरकार सही जा रही थी लेकिन क्यों टूटी? सरकार टूट गई थी क्योंकि हमें धोखा दिया गया था। हमारे विधायकों को बेहोशी के साथ इंजेक्शन लगाया गया था। हम सभी ने प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखा है। केजरीवाल मुझसे मिलने आए। उन्होंने कहा है कि, अब बर्दाश्त के बाहर हो रहा है, हमें अब एक होना है। मैंने कहा है कि मैं तैयार हूं।

उद्धव ठाकरे ने, गोमूत्र पर एक विवादास्पद बयान दिया और कहा, क्या हमारे देश को गोमूत्र के छिड़काव से आझादी मिली? क्या ऐसा हुआ कि गोमूत्र छिड़का गया और हमें स्वतंत्रता मिली? ऐसा नहीं था, स्वतंत्रता सेनानियों ने बलिदान किया था। फिर हमें कहीं न कहीं स्वतंत्रता मिली। अब हमे भी लड़ना है, संघर्ष करना है।