Congress Leader AK Antony | कांग्रेस नेता एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी आज बीजेपी में शामिल हो गए. उनके बीजेपी में शामिल होने के बाद उनके पिता का बयान सामने आया है।
कांग्रेस के दिग्गज नेता एके एंटनी ने अनिल एंटनी के बीजेपी में शामिल होने के फैसले को गलत बताया। उन्होंने कहा कि अनिल के इस फैसले से मुझे काफी दुख पहुंचा है। यह बिल्कुल गलत कदम है।
पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी ने कहा, भारत की एकता ही उसका धर्मनिरपेक्षता है। 2014 से देश को अस्थिर करने की कोशिश की जा रही है. जहां तक मेरा सवाल है, मैं अपनी आखिरी सांस तक इन कोशिशों के खिलाफ लड़ूंगा।
एके एंटनी बोले- आखिरी सांस तक कांग्रेसी रहूंगा
कांग्रेस नेता ने कहा, 2014 में विध्वंस की गति धीमी चल रही थी। लेकिन 2019 के बाद से इसमें तेजी आई है। एके एंटनी ने कहा कि मैं 82 साल का हूं।
मैं अपने जीवन के अंतिम पड़ाव पर हूं और मैं बता दूं कि मैं अपनी आखिरी सांस तक कांग्रेस के साथ रहूंगा। उन्होंने कहा, भाजपा इस देश के संवैधानिक मूल्यों को नष्ट कर रही है। कांग्रेस नेता एके एंटनी ने साफ कहा, मैं आखिरी सांस तक आरएसएस और बीजेपी की सभी गलत नीतियों का विरोध करूंगा।
गांधी परिवार को लेकर दिया यह बयान
गांधी परिवार के बारे में बात करते हुए एके एंटनी ने कहा, आजादी के बाद से नेहरू परिवार ने जाति, धर्म से परे भारतीयों की एकता का ख्याल रखा। वर्तमान गांधी परिवार भी इस परंपरा को जारी रखे हुए है। वे (गांधी परिवार) लगातार कांग्रेस के मूल्यों के लिए लड़ रहे हैं।
इसलिए मैं लगातार उनके नेतृत्व को स्वीकार कर रहा हूं। एके एंटनी ने कहा, इंदिरा जी ने मेरी पीढ़ी के नेताओं को प्रोत्साहन और समर्थन दिया. वह परिवार सबको समान रूप से स्वीकार करता रहा है, तो मैं उनका नेतृत्व स्वीकार करता रहा हूं। उन्होंने कहा, मैं कांग्रेस का कार्यकर्ता बनकर मरूंगा। मैं 82 साल का हूं, मुझे नहीं पता कि मैं कब तक जिऊंगा।
बीजेपी में शामिल हुए अनिल एंटनी
बता दें कि आज दोपहर एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी बीजेपी में शामिल हो गए हैं। भारतीय जनता पार्टी में शामिल होते हुए उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस में कई लोग सोचते हैं कि उनका धर्म परिवार के लिए काम करना है, लेकिन मेरा धर्म ऐसा नहीं है। मेरा धर्म इस देश के लिए काम करना है।
भाजपा में शामिल हुए अनिल एंटनी ने कहा, मेरा मानना है कि पीएम के नेतृत्व में हमारे पास अगले 25 वर्षों में भारत को एक विकसित देश बनाने का विजन है। साथ ही उन्होंने कहा कि पीएम के राष्ट्र निर्माण के विजन में योगदान देना मेरा दायित्व और कर्तव्य है।
इस वजह से देना पड़ा कांग्रेस से इस्तीफा
बता दें कि अनिल एंटनी ने जनवरी महीने में ही कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। दरअसल, उनका इस्तीफा इस तरह आया कि उन्होंने बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री का विरोध करते हुए एक ट्वीट किया था जबकि कांग्रेस पार्टी इसके समर्थन में थी और इसकी स्क्रीनिंग कर रही थी।
अनिल एंटनी पर ट्वीट डिलीट करने का दबाव डाला गया और फिर उन्होंने कांग्रेस पार्टी से ही इस्तीफा दे दिया। पार्टी से इस्तीफा देते समय अनिल एंटनी ने कहा था कि उन पर असहनशीलता से एक ट्वीट डिलीट करने का दबाव डाला जा रहा है।
यह उन लोगों द्वारा किया जा रहा था जो अभिव्यक्ति की आजादी के लिए खड़े होने की बात करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि मैंने ट्वीट डिलीट करने से इनकार कर दिया। इसके साथ ही अनिल ने इस्तीफे का पत्र भी ट्वीट किया है।
बीबीसी डॉक्यूमेंट्री को लेकर पार्टी अलग हुई
दरअसल, केरल कांग्रेस की अलग-अलग शाखाओं ने बीबीसी की प्रतिबंधित डॉक्यूमेंट्री दिखाने का ऐलान किया था. अनिल एंटनी इस मुद्दे पर पार्टी लाइन से सहमत नहीं थे और उन्होंने बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री का विरोध किया। जिससे केरल कांग्रेस में ही हंगामा मच गया था।
बीबीसी पर सीधा निशाना
अनिल ने ट्वीट किया कि बीबीसी यूके सरकार द्वारा प्रायोजित चैनल है और इसका भारत के प्रति पूर्वाग्रह का इतिहास रहा है। भारतीय संस्थानों के विचारों की तुलना में बीबीसी और पूर्व ब्रिटिश विदेश सचिव जैक स्ट्रॉ के विचारों को अधिक महत्व देना एक खतरनाक प्रथा है।
#WATCH | Congress leader & former Defence minister AK Anthony’s son, Anil Anthony joins BJP in Delhi pic.twitter.com/46hSt9IT4S — ANI (@ANI) April 6, 2023
अनिल एंटनी ने अपने ट्वीट में यह भी कहा था कि जैक स्ट्रॉ ने ही इराक युद्ध की योजना बनाई थी और अमेरिका के नेतृत्व वाले गठबंधन ने इराक पर हमला किया था।
ट्वीट कर दिया था इस्तीफा
अनिल ने लिखा कि बीजेपी के साथ कई मतभेद हैं, लेकिन इसके बावजूद इससे देश की संप्रभुता पर असर पड़ेगा. अनिल एंटनी के इस ट्वीट के बाद कांग्रेस में हड़कंप मच गया है. पीएम मोदी को घेरने में लगे कांग्रेस नेता अनिल पर इस ट्वीट को डिलीट करने का दबाव बना रहे थे।